Smuggler reached Pakistan swimming through Ravi River: पंजाब सरकार राज्य को नशामुक्त बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। एक ओर जहां सरकार नशामुक्ति की दिशा में काम कर रही हैं, वहीं, दूसरी ओर तस्कर नशा को बढ़ाने के लिए जान की बाजी लगा रहे हैं। दरअसल, 17 अगस्त को जालंधर से 8 किलो हेरोइन के साथ गिरफ्तार हुए लुधियाना के तस्कर जोगा सिंह ने पुलिस की पूछताछ में कई हैरान कर देने वाले खुलासे किये हैं। इसमें उसने बताया कि वो और एक और तस्कर 30 किलोमीटर तक रावी नदी में तैरकर पाकिस्तान पहुंचे और वहां से 50 किलो हेरोइन खेप लेकर रावी के रास्ते ही वापस भारत लौटे। इस काम के लिए तस्करों को 5 लाख रुपए मिले थे। लेकिन परेशान करने वाली बात तो ये है कि सीमा पर इतनी कड़ी सुरक्षा होने के बाद भी पाकिस्तान से इस तरह हेरोइन की खेप आना और इसके बारे में किसी को भनक तक न लगना सीमा सुरक्षा पर कई सवाल खड़े करता हैं।
5 लाख रुपए का लालच
पुलिस की पूछताछ में तस्कर जोगा सिंह ने बताया कि फिरोजपुर में रहने वाला उसका जीजा शिंदर नशा बेचने का काम करता है। उसके जीजा शिंदर ने जोगा सिंह की मुलाकात काला सिंह और रंगी से करवाई। जिसके बाद काला सिंह ने जोगा सिंह को रंगी के साथ पाकिस्तान से हेराइन लाने के लिए कहा। जोगा सिंह ने आगे बताया कि काला सिंह ने उसे इस काम के लिए 5 लाख रूपए देने का कहा था।
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तैरकर पहुंचे पाकिस्तान
गिरफ्तार तस्कर जोगा सिंह ने बताया कि 5 लाख रुपए की लालच में वो और रंगी 30 जुलाई 2023 को पाकिस्तान के लिए निकले थे। जोगा सिंह ने बताया कि वो लोग रात लगभग 10 बाजे सुलतान गांव के पास रावी में पांच-पांच लीटर की खाली कैन बांधकर उतरे, ताकि वो लोग डूबें नहीं। इसके बाद तैरते हुए दोनों अगली सुबह 4 बजे तक पाकिस्तान पहुंचे। दोनों रात भर में 30 किलोमिटर का सफर तय किया। पाकिस्तान पहुंचने के बाद वहां तीन लोग इनका इतंजार कर रहें थे, उन्होंने इन लोगों को टॉर्च की लाइट का इशारा दिया। जोगा सिंह और रंगी दोनों इशारा के अनुसार मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने हेरोइन लिया और वापस नदी के रास्ते भारत लौट आए।
हेराइन की सौगात
जोगा सिंह ने बताया कि पाकिस्तान से उन्होंने कुल 47 पैकेट हेराइन लेकर आए थे। पाकिस्तान से दोनों गांव टेंडीवाल पहुंचे जहां से काला सिंह ने उन्हें रिसिव किया। सबने मिलकर हेरोइन ठिकाने लगाया और वापस 8 बजे के अपने गांव टेंडीवाल पहुंच गए।