खटकड़ कलां (शहीद भगत सिंह नगर): पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुवार को शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कलां स्थित उनकी समाधि पर शीश नवाया। इस दौरान सीएम मान ने पंजाब को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए राज्य के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित बना भगत सिंह के सपने को साकार करने का संकल्प लिया। इस मौके पर एक बैठक में भगवंत मान ने शहीद भगत सिंह के पारिवारिक सदस्यों हरजिन्दर पाल सिंह गिल, बलदेव सिंह नसराला, रविन्दर सिंह, गुरजीत सिंह और हरभजन सिंह ढट्ट को सम्मानित भी किया।
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शहीद भगत सिंह के जन्म दिवस पर पैतृक गांव खटकड़ कलां में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में पारिवारिक सदस्य हरजिन्दर पाल सिंह गिल, बलदेव सिंह नसराला, रविन्दर सिंह, गुरजीत सिंह और हरभजन सिंह ढट्ट सम्मानित
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गुरु साहिबान, संत-महात्माओं, पीर-पैगम्बरों और शहीदों के आदर्श पढ़ाने के लिए स्कूलों के सिलेबस में बदलाव की घोषणा भी की मुख्यमंत्री ने
खटकड़ कलां में शहीद भगत सिंह के जन्म दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह के मंच से मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि शहीद भगत सिंह के सपने साकार करने की कोशिश में लगी प्रदेश की सरकार यह सुनिश्चित बनाएगी कि राज्य के किसी भी नागरिक को अपना और अपने परिवार का पेट पालने के लिए देश छोड़कर न जाना पड़े। इस दिशा में राज्य सरकार पहले ही कई बड़े कदम उठा चुकी है, वहीं आगे भी कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने नौजवान पीढ़ी को गुरु साहिबान, संत-महात्माओं, पीर-पैगम्बरों और शहीदों के आदर्शों से अवगत कराने के लिए स्कूल के सिलेबस में अपेक्षित बदलाव का ऐलान भी किया।
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इस दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि शहीद भगत सिंह बहुत पढ़ते थे और यही वजह थी कि वह हमेशा लोककल्याण के लिए चिंतित रहे। भगत सिंह समेत जब हमारे तमाम महान राष्ट्रीय नायक और शहीद अंग्रेजों के ज़ुल्म के खिलाफ जंग लड़ रहे थे तो उसी दौरान कुछ गद्दार साम्राज्यवादी शक्तियों के हक में भी खड़े रहे थे। अच्छी बात है कि उन गद्दारों को आज कोई याद भी नहीं करता। इसी के साथ दुख की बात है कि भ्रष्टाचार और परिवारवाद की राजनीति के हावी होने के चलते आज भी शहीद-ए-आजम के सपने अधूरे हैं। राज्य के लोगों को जाति, धर्म और नस्ल की छोटी सोच से ऊपर उठना होगा, यही सही मायने में शहीद भगत सिंह और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद भगत सिंह की विचारधारा पर चल राज्य की सरकार ने डेढ़ साल के कार्यकाल में 36 हजार से ज्यादा युवाओं को सरकारी नौकरियां दी हैं। सभी सरकारी कार्यालयों में से मुख्यमंत्री की तस्वीरें हटाकर शहीद भगत सिंह और डॉ. बीआर अम्बेदकर की तस्वीरें लगाई। राज्य में अत्याधुनिक स्कूल और अस्पताल खोले जा रहे हैं। लोगों के घरों के बिजली बिल जीरो आ रहे हैं। इसके अलावा पिछले 18 महीने में राज्य में और भी कई अन्य जनहितैषी पहल की गई हैं। पंजाब के इतिहास में पहली बार धान के आगामी सीजन के लिए 37 हजार करोड़ रुपए की कैश क्रेडिट लिमिट (CCL) मिली है। हालांकि केंद्र सरकार से 42 हजार करोड़ की CCL मांगी गई थी।
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आज इस समारोह के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गढ़शंकर के निकट शहीद भगत सिंह के ननिहाल में संग्रहालय, पुस्तकालय और अन्य स्मारकों के निर्माण की घोषणा की। पैतृक गांव में संग्रहालय को अपग्रेड करने पर भी काम चल रहा होने की बात कही। उधर, इससे पहले सांस्कृतिक मामले एवं पर्यटन मंत्री अनमोल गगन मान ने उपस्थित मेहमानों का स्वगत किया। साथ ही कैबिनेट मंत्री अनमोल गगन मान, चेतन सिंह जौड़ामाजरा, बलकार सिंह, ब्रह्मशंकर जिम्पा, ईटीओ हरभजन सिंह, डॉ. बलजीत कौर और कुलदीप सिंह धालीवाल, विधानसभा उपाध्यक्ष जय कृष्ण रोड़ी, लोकसभा मेंबर सुशील कुमार रिंकू, मुख्यमंत्री के विशेष प्रमुख सचिव कुमार अमित, डायरेक्टर पर्यटन रविन्द्र कुमार शर्मा, के अलावा शहीद भगत सिंह नगर के डिप्टी कमिश्नर नवजोत पाल सिंह रंधावा और अन्य शख्सियतें भी इस समारोह में मौजूद रही।