Sadhu Singh Dharamsot Arrested: पूर्व कांग्रेसी नेता और पंजाब के पूर्व फॉरेस्ट मिनिस्टर साधु सिंह धर्मसोत को सोमवार को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया। धर्मसोत कांग्रेस की सरकार के समय कैप्टन अमरिंदर सिंह की कैबिनेट में मंत्री थे। उन्हें ईडी ने क्यों गिरफ्तार किया और क्या आरोप हैं, आइए जानते हैं…
वन घोटाले में हुई गिरफ्तारी
धर्म सोत की गिरफ्तारी वन घोटाले में हुई है। पिछले काफी समय से ईडी इस घोटाले की जांच कर रही थी। जालंधर की ईडी विंग की ओर से पिछले दिनों धर्म सोत के अमलोह स्थित घर पर भी छापेमारी की गई थी। उनके साथ ही वन विभाग से जुड़े कई अधिकारियों के घर पर भी रेड की गई थी। साथ ही ठेकेदारों को भी जांच के दायरे में लेकर छापेमारी की। ईडी ने 30 नवंबर को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) एक्ट के प्रावधानों के तहत ये कार्रवाई की थी।
Patiala, Punjab: Former Punjab Minister and Congress leader Sadhu Singh Dharamsot has been arrested by the ED, in connection with a forest scam case: ED Sources
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---विज्ञापन---— ANI (@ANI) January 15, 2024
कुछ ही दिन पहले जमानत पर बाहर आए थे
बता दें कि इस मामले में पंजाब सरकार की ओर से भी जांच की जा रही है। इससे पहले पंजाब के विजिलेंस विभाग ने भी वन विभाग में पेड़ों को लेकर हुए घोटाले के केस में मामला दर्ज किया था। उन्हें पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है। कुछ ही दिन पहले वह जमानत पर बाहर आए थे, लेकिन सोमवार को एक बार फिर उनकी गिरफ्तारी हो गई।
खैर के पेड़ काटने पर रिश्वत
दरअसल, एक ठेकेदार हरमिंदर सिंह हम्मी ने बताया था कि वह 2017 से लगातार वन विभाग से जुड़े लोगों को रिश्वत देने की डायरी लिख रहा है। धर्मसोत को खैर के पेड़ काटने पर हर पेड़ के लिए 500 रुपये रिश्वत दी गई। इसकी एवज में ठेकेदार को करीब 7 हजार पेड़ों को काटने का परमिट मिला। धर्मसोत को करीब 10 से 20 लाख रुपये की रिश्वत मिली थी। जबकि अन्य अधिकारियों को 5 से लेकर 8 लाख रुपये तक की रिश्वत मिली। कुल मिलाकर धर्मसोत के समय वन विभाग भ्रष्टाचार में डूबा रहा। धर्मसोत पांच बार के विधायक हैं। वह नाभा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
इनपुट नरेंद्र नंदन, जालंधर
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