Punjab Online Bribery Trend, चंडीगढ़: पंजाब में मान सरकार द्वारा रिश्वतखोरी को लेकर लागू की गई जीरो टॉलरेंस नीति के बाद ऐसा नहीं है कि भ्रष्टाचारी सुधर गए हैं, हां लेकिन उन्होंने अपना तरीका जरूर बदल लिया है। राज्य की विजिलेंस की टीम की तरफ से हाल ही में इस बात का खुलासा किया है। दरअसल, अब भ्रष्टाचारियों ने रिश्वत कैश में लेने के बजाए ऑनलाइन लेना शुरू कर दिया है।
ऑनलाइन रिश्वत लेने का ट्रेंड
पंजाब विजिलेंस टीम की तरफ से किये खुलासे के अनुसार उन्होंने पिछले एक साल में रिश्वतखोरी के इस तरह के एक दर्जन से ज्यादा मामलों में FIR दर्ज की है। इस सभी केस में एक बात कॉमन है कि रिश्वत लेने वाले सरकारी कर्मचारी रिश्वत का पैसा अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के खातों ऑनलाइन पेमेंट के जरिए वसूल रहे थे।
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सामने आए कई केस
विजिलेंस टीम की तरफ से इस तरह के कई केस के उदाहरण भी दिये गए। ब्यूरो ने बताया कि जून कॉरपोरेपेशन के सब डिवीजन ऑफिसर मोहन लाल लाइनमैन को 34,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। उसने लुधियाना के एक व्यक्ति का बिजली का कनेक्शन न काटने के लिए रिश्वत मांगी और उसे गूगल पे पर सारे पैसे लिये। इसके अलावा जांलधर के हेड कांस्टेबल रघुनाथ सिंह को भी मई महीने में इसी तरह से गूगल पे के जरिए रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। पिछले कुछ महीनों में ऑनलाइन पेमेंट के जरिए कई सरकारी कर्मचारियों ने लोगों से रिश्वत ली है।
करप्शन हेल्पलाइन पर शिकायत
विजिलेंस ब्यूरो के अधिकारियों ने भी बताया कि इस तरह के रिश्त के मामलों में भ्रष्टाचारियों को सजा दिलवाना आसान हो जाता है। लेकिन लोगों को भी जागरुक होना पड़ेगा और इस तरह के रिश्वतखोर सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ एंटी करप्शन हेल्पलाइन पर शिकायत करनी होगी। ताकी रिश्वत लेने वालों पर शिकंजा कसा जा सके। ब्यूरो ने बताया कि अब उन्हें एंटी करप्शन हेल्पलाइन पर भी ऑनलाइन रिश्वत लेने की शिकायतें मिल रही है, जिसकी वो जांच कर रहें हैं।