पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों का मन कोरे कागज जैसा होता है, जिसमें बुरी आदतें जल्दी लगती हैं। उन्होंने कहा कि दोस्ती और यारी की कसम देकर दोस्त आपस में नशे की शुरुआत करते हैं, लेकिन इसके बारे में टीचर्स को बताकर इसे पहली स्टेज पर ही खत्म किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में नशे के विरुद्ध युद्ध छेड़ा हुआ है और गवर्नर भी इसमें शामिल होते हैं। उन्होंने बच्चों से कहा कि वे नशे के गीत गाने वाले सिंगर्स को रोल मॉडल न बनाएं, बल्कि मिल्खा सिंह जैसे मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को अपना आदर्श बनाएं।
भगवंत मान ने कहा कि पंजाब ने कुश्ती, भांगड़ा और सेना के लिए अपनी पहचान बनाई है और आजादी के लिए भी पंजाब के योद्धाओं ने लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने भगत सिंह के एक प्रसिद्ध उद्धरण का उल्लेख करते हुए कहा कि इश्क का पैदायशी हक है, क्यों न इस बार देश को जमीं को महबूब बना लिया जाए। मुख्यमंत्री ने बच्चों को आश्वस्त किया कि किसी भी तरह की जरूरत होने पर उनके दरवाजे खुले हैं।
नशे के खिलाफ अभियान
पंजाब सरकार नशे के खिलाफ अभियान चला रही है। इसी के तहत जालंधर में मुख्यमंत्री भगवंत मान और आप पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पहुंचेंगे। आज वह शनिवार को जालंधर के पीएपी में मीटिंग करने के साथ ही आम आदमी पार्टी के मंत्रियों और विधायकों से मुलाकात भी करेंगे।
पीएपी जालंधर में हो रही मीटिंग में ग्राम स्तरीय रक्षा समिति के सदस्यों को सीएम मान और अरविंद केजरीवाल संबोधित करेंगे। इससे पहले शुक्रवार को अमृतसर में भी कार्यक्रम रखा गया था, जिसे कुछ कारणों से रद्द कर दिया गया था। हरियाणा के साथ पानी के मुद्दे पर शुरू हुए विवाद में भी सीएम भगवंत मान व्यस्त थे। 11 बजे उनकी तरफ से ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई गई थी।
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