Punjab Govt Start ‘Kitchen Greens’ For Women: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान प्रदेश के विकास के लिए लगातार काम कर रहे हैं। इसके साथ ही मान सरकार राज्य के लोगों के जीवन को भी बेहतर बनाने का काम कर रही है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश की महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य में पोषण को बढ़ाने के उद्देश्य से ‘किचन ग्रीन्स’ पहल की घोषणा की है। इस बात की जानकारी पंजाब की सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने दी है।
Mega placement camps for women 👩
---विज्ञापन---⏩ 1,223 selected for jobs; 50 shortlisted for self-employment assistance
⏩ 2,800+ candidates participated in 3 camps organised in Hoshiarpur, Barnala & Sri Muktsar Sahib
---विज्ञापन---“41 employers including Microsoft & IBM participated”: @AroraAmanSunam pic.twitter.com/H7vKsAxOx0
— AAP Punjab (@AAPPunjab) September 10, 2024
क्या है पंजाब सरकार की ‘किचन ग्रीन्स’ पहल?
राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए ‘किचन ग्रीन्स’ के तहत पंजाब के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों को स्थायी पोषण के जीवंत केंद्रों (Lively Centres) बदला जाएगा। इसके लिए आंगनवाड़ी केंद्रों में औषधीय और पौष्टिक पौधों की एक सीरीज की खेती की जाएगी। इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि पंजाब सरकार किचन ग्रीन्स न्यूट्रिशन गार्डन पहल के जरिए राज्य की महिलाओं और बच्चों की पोषण स्थिति में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम है। ‘किचन ग्रीन्स’ के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों में जरूरी जड़ी-बूटियों और पौधों की खेती को बढ़ावा देकर, सरकार न केवल महिलाओं और बच्चों कुपोषण को दूर कर रही हैं। साथ ही सरकार सभी समुदायों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए मजबूत भी बना रही हैं।
यह भी पढ़ें: ‘आप दी सरकार, आप दे द्वार’ कैंप का काम जारी, जायजा लेने पहुंचीं AAP विधायक इंदरजीत कौर, लोगों से की खास अपील
औषधीय जड़ी-बूटियों के पौधे
कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि ‘किचन ग्रीन्स’ के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों में कई तरह की पोषक तत्वों से भरपूर और औषधीय जड़ी-बूटियों के पौधे लगाए जाएगे। इसमें मोरिंगा, एलोवेरा, अश्वगंधा, मेथी, नीम, लेमन ग्रास, ब्राह्मी, हल्दी, आंवला, तुलसी और पुदीना की खेती शामिल है। इन पौधों को उनके असाधारण पोषण तत्वों और बच्चों, महिलाओं और समुदायों के स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए चुना गया था।