चंडीगढ़: जल आपूर्ति एवं स्वच्छता मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा ने जानकारी दी है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व अधीन पंजाब सरकार ने राज्य के सभी 34.26 लाख ग्रामीण घरों को पीने वाले पानी की टूटी/पाइपों के द्वारा जलापूर्ति देने का लक्ष्य हासिल कर लिया है। उन्होंने कहा कि मान सरकार के पहले साल की ऐसी और बहुत सी उपलब्धियों को अगले 4 सालों में और अधिक बुलन्दियों पर ले जाया जाएगा।
पंजाब पूरे देश में यह उपलब्धि हासिल करने वाला पाँचवाँ राज्य बन गया है। जिम्पा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपना पद ग्रहण करते ही गाँवों से सरकार चलने का जो प्रण लिया था उस पर खरा उतरते हुए गाँव-वासियों को सुविधाएँ देने की शुरुआत उनके घरों से ही की है।
उन्होंने कहा कि जि़ंदगी जीने के लिए सबसे अहम साफ़ पानी की सुविधा देने में पंजाब सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाकर सिद्ध कर दिया है कि केवल 11 महीनों की उपलब्धियों को अगले 4 सालों में और आगे लेकर जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब के गाँवों को हर तरह की सुविधाओं से लैस करने के लिए सभी सार्थक प्रयास किए जाएंगे।
काबिलेगौर है कि ग्रामीण घरों को पीने वाले पानी की पाईपों के द्वारा जलापूर्ति देने का लक्ष्य पंजाब सरकार ने पहले ही पूरा कर लिया है, जबकि राष्ट्रीय लक्ष्य साल 2024 तक पूरा करने का है। पंजाब की इस उपलब्धि के लिए जिम्पा ने जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और पंजाब निवासियों को बधाई दी है एवं और ज़्यादा लगन और मेहनत करने के लिए प्रेरित किया है।
जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग के प्रमुख सचिव डी.के. तिवाड़ी और विभाग प्रमुख मोहम्मद इशफाक ने कहा कि राज्य के गाँव-वासियों को साफ़ पीने योग्य पानी मुहैया करवाने के लिए और स्वच्छता संबंधी सुविधाएँ देने के लिए विभाग का हर अधिकारी और कर्मचारी दिन-रात सख़्त मेहनत कर रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग की इस गौरवमयी उपलब्धि के बाद हर कोई और अधिक लगन एवं समर्पित भावना से काम करेगा।
गौरतलब है कि इससे पहले जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग ने स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2022 में उत्तरी ज़ोन में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। इस पुरस्कार के अंतर्गत भारत सरकार ने राज्य को 1 करोड़ रुपए की राशि से सम्मानित किया था। इस सर्वेक्षण में इसके अलावा भी पंजाब ने 3 और पुरस्कार हासिल किए थे, जिनमें बायोडिग्रेडेबल कूड़ा प्रबंधन के अंतर्गत बनाई वॉल पेंटिंग के लिए पहला पुरस्कार, जबकि प्लास्टिक कूड़े और गंदे पानी के प्रबंधन के लिए तीसरा स्थान हासिल किया।