Bathinda’s Historical Razia Fort Becoming Ruins: बठिंडा में स्थित ऐतिहासिक रजिया किले की हालत दिन-पर-दिन बदहाल होती जा रही हैं। अब तो इस ऐतिहासिक किले के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा। कई शतकों का इतिहास अपने अंदर समाएं बैठा ये किला अब धीरी-धीरे खंडहर का रूप ले रहा है। किले का एक बड़ा हिस्सा खंडहर होता जा रहा है। हालांकि अब किले के अंदर मरम्मत का काम किया जा रहा है। लेकिन बावजूद इसके किले की बाहरी चार दीवारें जगह-जगह से गिर रही हैं।
गायब हो गए 4 बुर्ज
किले में निगरानी के लिए बनाए गए 4 बुर्ज गायब हो गए है। इन बुर्ज पर हमेशा पहरेदार तैनात रहते और किले के बाहर की हरकतों पर नजर रखा करते थे। किले में इन बुर्ज का निर्माण विदेशी राजाओं करवाया था, ताकी वो किले बाहर से होने वाले हमलों का सामना करने के लिए तैयार रहे।
किले के धोबीघाट की हालत बेहद खराब
वहीं, हर साल बारिश के मौसम में किले का कुछ हिस्सा ढहता रहता है। किले के धोबीघाट की हालत तो बहुत ही ज्यादा खराब हैं। किले का ये हिस्सा कई जगहों से गिर चुका है। किले की ऐसी हालत को देख साफ पता चलता है कि किले को बचाने का काम उम्मीद के अनुसार नहीं हो रहा है।
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2 करोड़ रुपए का खर्च
ऐसा नहीं है कि किले को बचाने के लिए काम नहीं किया जा रहा है। केंद्रीय पुरातत्व विभाग की तरफ से किले का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। लेकिन इसके साथ ही किले के विरासत भी कमजोर हो रही है। केंद्रीय पुरातत्व विभाग के अनुसार, रजिया किले के रखरखाव के लिए 2002 से लेकर अब तक 2 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किये जा चुके हैं।
किले में कैद थी रजिया सुल्तान
इतिहास के अनुसार, इस किले में बुर्ज में महिला शासक रजिया सुल्तान को कैद किया गया था। दिल्ली की गद्दी पर रजिया सुल्तान के बैठने से कई लोगों के परेशानी थी। जिसमें एक गवर्नर अल्तूनिया था। जिसने बठिंडा में रजिया सुल्तान के खिलाफ विद्रोह की जंग छेड़ी थी। गवर्नर अल्तूनिया के विद्रोह को दबाने के लिए रजिया सुल्तान बठिंडा आई। बस उसी समय गवर्नर अल्तूनिया ने उन्हें सम्मन बुर्ज के नाम से मशहूर इस किले में कैद कर लिया था। इस किले में रजिया सुल्ताना को 1239 से 1240 तक कैद थीं।