Chandigarh News: पंजाब में पिछले दिनों से हो रही लगातार बारिश और बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। राज्य के कई जिलों में आई बाढ़ के कारण लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। बाढ़ के कारण फसलों, किसानों के पशुओं को गंभीर नुकसान पहुंचा है। पंजाब में सोमवार तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी बीच सोमवार को अपनी चीन यात्रा के बाद दिल्ली पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से फोन पर बात करके राज्य में बारिश और बाढ़ पर चर्चा की है। इसके अलावा पंजाब के सीएम भगवंत मान ने सोमवार को होशियारपुर ज़िले के कुछ प्रभावित इलाकों का दौरा किया।
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान जल्द कर सकते हैं पंजाब का दौरा
पंजाब में बाढ़ ने 10 से ज़्यादा ज़िलों के 1,000 से ज़्यादा गांवों को प्रभावित किया है। इससे 2.5 लाख से ज़्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। सीएम भगवंत मान ने दावा किया है कि उनकी आप सरकार लोगों को एक-एक पैसे के नुकसान की भरपाई करेगी। बताया गया है कि पंजाब में सोमवार तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यालय ने सोमवार को बताया कि वे फ़सलों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए जल्द ही पंजाब का दौरा करेंगे। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मंत्री ने विभिन्न राज्यों में वर्षा की स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक की और पंजाब में बाढ़ और फसलों पर इसके प्रभाव के बारे में अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की है।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी की बाढ़ पीड़ितों की मदद की अपील
वहीं पंजाब की स्थिति को देखते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी केंद्र और पंजाब सरकार से बाढ़ पीड़ितों को सहायता प्रदान करने और मुआवजे की व्यवस्था करने का आग्रह किया। उन्होंने अपनी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं से भी प्रभावित लोगों की मदद करने का आग्रह किया। वहीं पंजाब राज्य सरकार ने स्कूलों को 3 सितंबर तक बंद रखने की अवधि बढ़ा दी है। अधिकारियों का कहना है कि पंजाब में अगस्त में 253.7 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 74 प्रतिशत अधिक और राज्य में 25 वर्षों में सबसे अधिक है।
15,688 व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने सोमवार को बताया कि पंजाब में सीएम भगवंत सिंह मान के नेतृत्व सरकार हर हालात से निपटने और प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए लगातार मेहनत कर रही है। उन्होने बताया कि बाढ़ की स्थिति को देखते हुए सभी प्रभावित जिलों में बड़े स्तर पर राहत कार्य किए जा रहें है। 15,688 व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। गुरदासपुर से 5549 लोग, पठानकोट से 1139, अमृतसर से 1700, फिरोजपुर से 3321, फाजिल्का से 2049 और होशियारपुर से 1052 लोगों को सुरक्षित पहुंचाया गया है। इसके अलावा बरनाला से 25, कपूरथला से 515, तरनतारन से 60, मोगा से 115 और मानसा से 163 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। वहीं बेघर परिवारों को तुरंत ठहराने के लिए पंजाब भर में 129 कैंप बनाए गए हैं। इनमें अमृतसर में 16 कैंप, बरनाला में 1, फाजिल्का में 10, फिरोजपुर में 8, गुरदासपुर में 25, होशियारपुर में 20, कपूरथला में 4, मानसा में 1, मोगा में 9, पठानकोट में 14, संगरूर में 1 और ज़िला पटियाला में 20 कैंप शामिल हैं।
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गुरदासपुर जिले में सबसे अधिक प्रभावित हुए लोग
कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां के अनुसार, जिला प्रशासन को इन केंद्रों में भोजन, चिकित्सा सहायता और आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। राज्य भर में कुल 7,144 व्यक्तियों को राहत कैंपों में ठहराया गया है। इनमें सबसे अधिक फिरोजपुर में 3987, फाजिल्का में 1201, होशियारपुर में 478, पठानकोट में 411, गुरदासपुर में 424, अमृतसर में 170, मानसा में 163, मोगा में115, कपूरथला में110, संगरूर में 60 और बरनाला में 25 व्यक्तियों को राहत कैंपों में ठहराया गया है। बाढ में 12 जिलों के कुल 1,044 गांव प्रभावित हुए हैं। जिसमें अमृतसर के 88 गांव, बरनाला के 24, फाजिल्का के 72, फिरोजपुर के 76, गुरदासपुर के 321, होशियारपुर के 94, जालंधर के 55, कपूरथला के 115, मानसा के 77, मोगा के 39, पठानकोट के 82 और एसएएस नगर का 1 गांव प्रभावित हुआ है। पंजाब के विभिन्न जिलों में बाढ़ से कुल 2,56,107 लोग प्रभावित हुए हैं। गुरदासपुर जिले में 1,45,000 लोग, अमृतसर में 35,000, फिरोजपुर में 24,015 और फाजिल्का में 21,562 लोग प्रभावित हुए।
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