Greater Noida News: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से विमान सेवाएं शुरू होने का रास्ता अब लगभग साफ होता नजर आ रहा है. महानिदेशालय नागर विमानन ने एयरपोर्ट का सर्वेक्षण कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है और अब केवल एयरोड्रम लाइसेंस की अंतिम स्वीकृति का इंतजार है. यह लाइसेंस मिलते ही एयरपोर्ट से विमान सेवा संचालन शुरू होगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 अक्टूबर को एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे.
एक सप्ताह चला डीजीसीए का सर्वे
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के नोडल अधिकारी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि डीजीसीए की तकनीकी टीम ने करीब एक सप्ताह तक एयरपोर्ट का गहन निरीक्षण किया. इस दौरान रनवे, टर्मिनल, एटीसी टावर, फायर सेफ्टी, ग्राउंड हैंडलिंग और यात्री सुविधाओं सहित सभी जरूरी उपकरणों की जांच की गई. बता दें कि ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन द्वारा पहले ही 15 सितंबर को एयरपोर्ट को अपनी स्वीकृति दी जा चुकी है. अब डीजीसीए की हरी झंडी के बाद घरेलू और कार्गो विमान सेवाएं शुरू करने का रास्ता पूरी तरह साफ हो जाएगा.
30 अक्टूबर को प्रस्तावित है उद्घाटन
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन समारोह 30 अक्टूबर 2025 को प्रस्तावित है. इसके मद्देनजर एयरपोर्ट प्रबंधन अंतिम तैयारियों को युद्धस्तर पर पूरा कर रहा है. उद्घाटन के बाद 15 दिनों के अंदर विमान सेवाओं की शुरुआत का लक्ष्य तय किया गया है. टर्मिनल बिल्डिंग, रनवे, हैंगर व अन्य बुनियादी ढांचे का निर्माण अक्टूबर के अंत तक पूरा हो जाएगा.
ग्राउंड ट्रांसपोर्ट सेंटर होगा तैयार
एयरपोर्ट के साथ ही यात्रियों की सुविधा के लिए ग्राउंड ट्रांसपोर्ट सेंटर का निर्माण भी अंतिम चरण में है. यह सेंटर टर्मिनल बिल्डिंग के पास स्थित होगा. इसमें मुख्य रूप से 1200 कारों के लिए सर्फेस पार्किंग, विभिन्न राज्यों की बस सेवाओं का कनेक्टिविटी हब, ओला, उबर, रेपिडो जैसी टैक्सी और ईवी सेवाओं की उपलब्धता होगी. इससे यात्री बिना किसी असुविधा के एयरपोर्ट तक पहुंच और वहां से वापस जा सकेंगे.
पहले चरण में घरेलू और कार्गो सेवाएं होंगी शुरू
एयरपोर्ट संचालन के पहले चरण में घरेलू और कार्गो उड़ानों का संचालन किया जाएगा. भविष्य में इसे अंतरराष्ट्रीय उड़ानों और विशेष कार्गो सेवाओं के लिए भी विकसित किया जाएगा. नोएडा एयरपोर्ट के शुरू होने से दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को एक नया हवाई विकल्प मिलेगा.
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