नई दिल्ली: दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई ने नया मामला दर्ज हुआ है। यह FIR दिल्ली फीडबैक यूनिट भ्रष्टाचार मामले में की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीबीआई ने जासूसी मामले में भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत सिसोदिया समेत सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
क्या लगा आरोप?
यह फीडबैक यूनिट आम आदमी पार्टी ने 2015 में सेटअप की थी। भाजपा का आरोप है कि इस यूनिट की आड़ में AAP दूसरी पार्टी के नेताओं की जासूसी करवा रही थी। एलजी के प्रधान सचिव को भेजे गए पत्र में गृह मंत्रालय ने कहा कि सिसोदिया के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम, 1988 की धारा 17 के तहत केस चलाने की परमिशन दी जाती है।
CBI registers fresh corruption case against former Delhi Deputy Chief Minister Manish Sisodia and others over alleged irregularities in Delhi government's 'Feedback Unit' pic.twitter.com/tew89t7sei
— ANI (@ANI) March 16, 2023
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शराब नीति मामले में जेल में हैं सिसोदिया
सिसोदिया पहले से ही दिल्ली शराब नीति मामले में अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। स्नोपिंग का मामला जिसमें सिसोदिया को 2015 से पहले दर्ज किया गया है, जब अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप सरकार ने कथित तौर पर एक ‘फीडबैक यूनिट’ स्थापित की थी। तब सतर्कता विभाग के प्रमुख सिसोदिया थे।
आरोपों में कहा गया है कि ‘फीडबैक यूनिट’ का इस्तेमाल विपक्षी दलों और अन्य व्यक्तियों की जासूसी करने के लिए किया गया था। 2016 में सतर्कता निदेशालय के एक अधिकारी द्वारा शिकायत प्राप्त होने के बाद मामले की जांच शुरू की गई थी, जो ‘फीडबैक यूनिट’ प्रतिनियुक्ति का एक हिस्सा भी था।