AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के वीर सावरकर को लेकर दिए गए बयान पर सियासत गरमा गई है। भारतीय जनता पार्टी की ओर से ओवैसी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देने के बाद वीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के अध्यक्ष और सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने शनिवार को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधा है। इससे पहले बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने ओवैसी पर पलटवार करते हुए कहा था कि कुछ लोग जानबूझकर भड़काऊ बयान देना चाहते हैं ताकि सांप्रदायिक सद्भाव खराब हो।
क्या कहा रंजीत सावरकर ने?
वहीं, असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने कहा, ‘उनका एकमात्र एजेंडा भारत के मुसलमानों को गुमराह करना और उन्हें देश के खिलाफ भड़काना है। यह उनकी विरासत है। सावरकर ने कभी संभाजी महाराज का अपमान नहीं किया। 1944 में एक इस्लामी आतंकवादी कासिम रिजवी ने हैदराबाद में रजाकर नामक एक संगठन की स्थापना की थी, जिसका उद्देश्य हिंदुओं की हत्या, बलात्कार और धर्मांतरण करना था।’
‘ओवैसी औरंगजेब के विचारों का पालन करते हैं’
रंजीत सावरकर ने आगे कहा कि ‘जब भारत सरकार ने उन्हें पाकिस्तान भेज दिया, तो उन्होंने एआईएमआईएम को ओवैसी के दादा को सौंप दिया। एआईएमआईएम का उद्देश्य मुसलमानों को हिंदुओं के खिलाफ भड़काकर उन्हें खत्म करना है। ओवैसी के छोटे भाई ने कहा था कि भारत को 15 मिनट के लिए हमारे हाथों में दे दो और फिर देखो हम क्या करते हैं। ओवैसी औरंगजेब के विचारों का पालन करते हैं। सरकार को ओवैसी के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। वह खुद औरंगजेब की कब्र का सम्मान करते हैं। वह देशद्रोही हैं।’
#WATCH | Mumbai, Maharashtra | On AIMIM Chief Asaduddin Owaisi’s statement, grandson of Veer Savarkar, Ranjit Savarkar, says, ” His sole agenda is to mislead the Muslims of India and incite them against the country… This is his inheritance. .. Savarkar never disrespected… pic.twitter.com/ds9VAfwmyu
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) March 15, 2025
अबू आजमी ने सावरकर को बताया हिंदुओं का बड़ा नेता
वहीं, ओवैसी के बयान पर समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। सपा विधायक अबू आजमी ने कहा कि ऐसे लोग जो छत्रपति शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज के खिलाफ बोल रहे हैं उनके खिलाफ सरकार को कदम उठाना चाहिए। अबू आजमी ने कहा कि वीर सावरकर हिंदू भाइयों के बड़े नेता हैं। ऐसे में सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए। सरकार को इसे लेकर कोई कदम उठाना चाहिए।
क्या कहा था ओवैसी ने?
दरअसल, असदुद्दीन ओवैसी ने वीर सावरकर को लेकर आरएसएस और बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा था कि वीर सावरकर और आरएसएस के संस्थापक गोलवलकर ने छत्रपति संभाजी महाराज के खिलाफ बयान दिए थे, जो उनके प्रति अनादर को दर्शाता है। ओवैसी ने सवाल उठाया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, जो अक्सर छत्रपति संभाजी की महिमा का गुणगान करते हैं, इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं? क्या आरएसएस और बीजेपी के नेता इस पर कुछ नहीं बोलेंगे?
ओवैसी के बयान पर भड़की बीजेपी
बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि ओवैसी जैसे लोग जानबूझकर भड़काऊ बयान देना चाहते हैं ताकि सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़े। उन्होंने कहा कि सारे प्रयास किए गए कि जुमा के दिन होली पर कुछ न कुछ बिगड़े ताकि उन्हें अपनी सियासी रोटी सेंकने का मौका मिले। लेकिन, उन्हें निराशा हाथ लगी और देशभर में इस तरह की बड़ी घटनाएं नहीं हो पाईं। ये कितना भी कोशिश करें देश का सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने नहीं दिया जाएगा। कानून व्यवस्था आज मजबूत हो गई है।