शिवसेना UBT के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि भाजपा जुमलेबाजी बंद करे और गरीबों के लिए काम करे। हिंदुत्व हमने छोड़ा है या आपने? हमने वक्फ बिल का नहीं भाजपा के ढोंग का विरोध किया है। भाजपा के खाने के दांत और दिखाने के और हैं। वक्फ कानून से गरीब मुस्लिमों का कैसे फायदा करेंगे? NDA में होता, तब भी यही भूमिका होती। वक्फ बिल में विपक्ष ने जो संशोधन सुझाए, उसे माना नहीं गया। NDA में था, उसके बावजूद नोटबंदी का विरोध किया था। BMC का चुनाव जल्द होगा, ऐसा लगता नहीं है। शिवसेना प्रमुख बाला साहेब ठाकरे ने कभी भी मुस्लिमों को देशद्रोही नहीं कहा। कांग्रेस का दबाव मेरे ऊपर कभी नहीं रहा।
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वक्फ बिल के विरोध में क्यों उद्धव ठाकरे?
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने वक्फ बिल को लेकर शिवसेना UBT पर कटाक्ष किया है। मंत्री बावनकुले ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने इस बिल का विरोध सिर्फ इसलिए किया, क्योंकि BMC चुनाव में पार्टी को एक विशिष्ट समुदाय के वोट लेने हैं। उनकी पार्टी ने कांग्रेस के संविधान को स्वीकार कर लिया है, इसलिए वे कांग्रेस की राह पर ही चल रहे हैं। बाला साहेब ठाकरे ने वक्फ संशोधन बिल को लेकर कई सुझाव दिए थे, तो माने नहीं गए, इसलिए वे विरोध कर रहे हैं।
बाला साहेब ठाकरे कहते थे कि जिस दिन शिवसेना को कांग्रेस से गठबंधन करना पड़ेगा, उस दिन अपनी पार्टी बंद कर दूंगा। आज वही हालत उद्धव ठाकरे की दिख रही है। भारत देश की 140 करोड़ जनता की मांग थी कि वक्फ संशोधन बिल आना चाहिए, पास होना चाहिए और लागू होना चाहिए। जमीनों का सर्वे होगा। कलेक्टर और रेवेन्यू डिपार्टमेंट जमीनों की देखरेख और संरक्षण करेगा। अगर जमीनों को गलत तरीके से हासिल किया गया है या कब्जा लिया गया है तो सरकार उन्हें वापस लेगी।
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