शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पुणे में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और बीजेपी पर तीखा हमला बोला है. उद्धव ठाकरे ने मुंबई के शिवाजी पार्क में एकनाथ शिंदे की दशहरा रैली का जिक्र करते हुए कहा कि दरवाजे बंद करने की कोई जरूरत नहीं थी. उद्धव ठाकरे ने भाजपा नेताओं के साथ शिंदे की कथित बंद कमरे में हुई बैठकों का जिक्र किया और एक बार फिर पार्टी को तोड़ने के लिए उन पर निशाना साधा.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि कल शिवसेना की दशहरा रैली अभूतपूर्व थी. इसका श्रेय मुझे नहीं जाता. बारिश में भी, शिवसैनिक महाराष्ट्र के कोने-कोने से आए थे. शिवाजी पार्क में कोई दरवाजा नहीं है, दूसरों की तरह दरवाजा बंद करने की कोई जरूरत नहीं थी. उन्होंने कहा कि जिस तरह सामना से अपना करियर शुरू करने वाले पत्रकार अन्य संगठनों में शामिल हो गए, उसी तरह शिवसेना का हिस्सा रहे नेता अन्य राजनीतिक दलों में शामिल हो गए हैं.
‘2050 तक मुझे मिलेगा न्याय’
उन्होंने कहा, “कई पत्रकारों ने सामना से शुरुआत की और फिर इधर-उधर चले गए. राजनीति में भी यही हुआ है. कई नेताओं को शिवसेना ने प्रशिक्षित किया, उसके बाद क्या हुआ, यह मुझे आपको बताने की जरूरत नहीं है.” उन्होंने कहा कि 2050 तक मुझे न्याय मिलेगा. NDA पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इन्हें बिहार की बहनों से ज्यादा प्यार है. सिर्फ बिहार ही क्यों? देश की सभी लाडली बहनों को पैसा दो. हमारी बहनें आपकी पगारी नौकर नहीं हैं.
‘सौगात-ए-मोदी’ पर कसा तंज
उद्धव ठाकरे ने कहा कि इस सरकार ने बहनों को फंसा दिया है, लेकिन बहनों ने सरकार को नहीं फंसाया. रामदास के आरोपों पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि रामदास कदम के आरोपों पर उद्धव ने कहा है कि मैं गद्दार और नमक हरामों को जवाब नहीं देता हूं. बीजेपी की तरफ से मुस्लिम परिवारों के लिए शुरू किए हुए सौगात-ए-मोदी पर निशाना साधते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा ने किया तो प्यार है, हमने किया तो लव जिहाद! भाजपा छोड़ने का मतलब यह नहीं कि हमने हिंदुत्व छोड़ दिया है.
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उद्धव ने कहा कि जब 1966 में शिवसेना की पहली दशहरा रैली हुई थी, तब मैं सिर्फ छह साल का था. तब शिवसेना प्रमुख ने कहा था कि रैली शिवाजी पार्क में होगी. उनसे पूछा गया था, ‘आप जानते हैं कि शिवाजी पार्क कितना बड़ा है? कोई छोटा हॉल या मैदान देख लीजिए.’ बालासाहेब ने कहा था कि पहली रैली शिवाजी पार्क में होगी. बारिश हो रही थी और दूसरे नेताओं ने मुझसे पूछा, तो मैंने कहा कि शिवाजी पार्क हमारी परंपरा है, हम हॉल में रैली कैसे कर सकते हैं? उद्धव ठाकरे ने कहा कि ठाकरे ब्रांड कोई ऐसी चीज नहीं है जो आज पैदा हुई हो, यह पिछले पांच या छह पीढ़ियों से चली आ रही है. खास बात यह है कि ठाकरे ब्रांड का जन्म पुणे में हुआ.










