Maharashtra News : बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कारपोरेशन (बीएमसी) के पूर्व कमिश्नर इकबाल सिंह चहल को राज्य सरकार ने बड़ी जिम्मेदारी दी। महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार को चहल की पोस्टिंग गृह मंत्रालय में कर दी। चहल को गृह मंत्रालय में बड़ा कार्यभार सौंपते हुए उन्हें मुख्य सचिव (गृह) पद पर नियुक्त किया गया। इससे पहले चहल मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव थे, जिसके बाद उन्हें गुरुवार को आनन-फानन में ट्रासंफर कर राज्य में कानून व्यवस्था की नई जिम्मेदारी सौंप दी गई।
इकबाल सिंह चहल की पोस्टिंग को लेकर विपक्ष ने शिंदे सरकार पर हमला बोलते हुए उन पर लगे सभी आरोपों की एक बार फिर से जांच करने की मांग की। विपक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस अधिकारी के खिलाफ कई मामलों में जांच चल रही है, ऐसे अधिकारी को राज्य की कानून व्यवस्था का जिम्मेदारी देना कहां तक उचित है?
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विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना
शिवसेना (UBT) के नेता आनंद दुबे ने उनकी पोस्टिंग को लेकर राज्य सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि ‘जब सैयां भए कोतवाल तो डर काहे का’। उन्होंने चहल पर लगे आरोपों की नए सिरे से जांच की मांग फिर से दोहराई।
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जानें चहल पर क्या हैं आरोप?
गौरतलब है कि बीएमसी के पूर्व कमिश्नर और आईएएस अधिकारी इकबाल सिंह चहल पर पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने 236 करोड़ रुपये का स्ट्रीट फर्नीचर घोटाले का आरोप लगाया था। इसकी गूंज विधानसभा में भी सुनाई दी थी। इसके अलावा कोविड काल के दौरान उन पर बॉडी बैग घोटाला, खिचड़ी घोटाला, ऑक्सीजन प्लांट, जंबो कोविड अस्पताल में करोड़ों के घोटाले के आरोप लग चुके हैं। जिसकी जांच ED से लेकर मुंबई पुलिस की टीम कर रही है। इसके अलावा उन पर पैसे लेकर ट्रांसफर पोस्टिंग और 20 हजार करोड़ PAP घोटाले का भी आरोप है। इतने सारे आरोप होने के बावजूद गृह विभाग में अहम जिम्मेदारी देने की वजह से विपक्ष ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।