महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष अजीत पवार और एनसीपी-एसपी के प्रमुख शरद पवार पिछले कई महीनों से लगातार अलग-अलग कार्यक्रमों में एक साथ देखे जा रहे हैं। वहीं, अब महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा दिलचस्प मोड़ आ सकता है, जहां राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार और उनके भतीजे अजीत पवार, जो वर्तमान में उपमुख्यमंत्री हैं, एक मंच पर दिखाई दे सकते हैं। दोनों नेताओं के बीच पिछले कुछ समय से जारी खींचतान के बीच यह संभावित एकता कई मायनों में जरूरी हो सकती है। महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शरद पवार, अजीत पवार, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी बुलाया गया है। बता दें, यह प्रोग्राम मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में आयोजित किया जाएगा।
क्या हैं राजनीतिक मायने?
शरद पवार और अजीत पवार के एक मंच पर आने से यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि दोनों नेता अपनी पार्टी के एकीकरण की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। अजीत पवार के एनसीपी में फिर से शामिल होने की संभावनाओं को लेकर भी चर्चा हो रही है।
पिछले कार्यक्रमों में साथ दिखे
पिछले डेढ़ महीने में शरद पवार और अजीत पवार कई बार सार्वजनिक कार्यक्रमों में साथ देखे गए हैं। इससे दोनों के बीच सुलह की अटकलें और तेज हो गई हैं। दोनों की नजदीकी को महाराष्ट्र की राजनीति में एक नए अध्याय की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।
राजनीतिक गलियारों की क्या रही प्रतिक्रिया
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर शरद पवार और अजीत पवार एक साथ आते हैं, तो इससे महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा बदलाव आ सकता है। यह कदम एनसीपी को मजबूत कर सकता है और संभावित रूप से भविष्य के चुनावों में पार्टी की स्थिति में सुधार कर सकता है।
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