विनोद जगदाले, मुंबई: 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकता को मज़बूत करने लिए राहुल गांधी मुंबई में आकर शिवसेना यूबीटी पार्टी के मुखिया उद्धव ठाकरे से मुलाक़ात करेंगे। इस बात के संकेत सांसद संजय राऊत ने दिये हैं। राऊत ने कहा यह आशाजनक है की क्षेत्रीय दल या राष्ट्रीय दल एक साथ आने लगे हैं और कांग्रेस ने इसमें पहल की है। भारतीय जनता पार्टी नहीं चाहती की विपक्ष एकसाथ आये लेकिन ऐसी प्रक्रियाएं शुरू हो गई हैं जो सत्ताधारियों के विश्वास को तोड़ देंगी।
राहुल गांधी के मुंबई आने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लीकार्जुन खरगे के दूत बनकर कांग्रेस महासचिव के सी वेनूगोपाल सोमवार को मुंबई में आकर उद्धव ठाकरे से मुलाक़ात करने वाले है। सावरकर के मुद्दे पर कांग्रेस और शिवसेना यूबीटी में ठनी हुई है।
संजय राऊत ने दावा किया हैं की ऐसा माहौल है कि हम (महा विकास आघाड़ी)महाराष्ट्र की 48 में से 40 सीटें जितेंगे।राहुल गांधी मातोश्री जाते है तो वो कांग्रेस के पहले ऐसे गांधी होंगे जिन्होंने मातोश्री की सीढ़ियाँ चढ़ी होंगी। ख़ुद शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे कांग्रेस पार्टी के घोर विरोधी रहे हैं लेकिन उद्धव को पता है की उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाने वाले भाजपा से 2024 की लोकसभा और विधानसभा अगर बदला लेना है तो कांग्रेस हाथ साथ में होना ज़रूरी है।
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महाराष्ट्र में एमवीए अगर साथ आकर चुनाव लड़ता है तो क्या हो सकता है यह पिछले दिनों में हुए महाराष्ट्र विधान परिषद और पुणे की क़सबा पेठ विधानभवन उपचुनाव में दिखायी दिया है। एमवीए ने विधानपरिषद की 5 में से 4 सीट जीतने के साथ ही विधानभवन उपचुनाव में भी अपना परचम लहराया था।