Patanjali Food Park : पतंजलि द्वारा मिहान, नागपुर में स्थापित संतरा प्रोसेसिंग के एशिया के सबसे बड़े प्लांट ‘पतंजलि मेगा फूड एंड हर्बल पार्क’ का उद्घाटन सड़क परिवहन, राजमार्ग व जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी तथा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया। हिन्दवी साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज को नमन करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमारे इंफ्रास्ट्रक्चर मैन नितिन गडकरी, स्वामी रामदेव व आचार्य बालकृष्ण ने प्रदेश में पतंजलि के सेवा विस्तार का जो सपना देखा था, वह अब भव्य रूप से साकार हो रहा है।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि स्वामी जी का संकल्प था कि चाहे जितनी भी बाधाएं आएं, हम यह संकल्प पूरा करके रहेंगे और आज वह संकल्प पूर्ण हो रहा है। पतंजलि का उद्देश्य यहां के किसानों की समृद्धि है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के सारे संतरों का केंद्र भी यही फूड पार्क बनेगा। उनकी सॉर्टिंग, ग्रेडिंग भी यहीं की जाएगी, यहीं कोल्ड स्टोर्स में किसानों को संतरा रखने के लिए जगह दी जाएगी। जब तक किसान चाहें, संतरा कोल्ड स्टोर में रख सकते हैं और जब चाहें, बेच सकते हैं। यह केंद्र संतरा उत्पादन करने वाले किसानों के लिए वरदान साबित होगा।
महाराष्ट्र सीएम ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार तथा पतंजलि ने जो भी संकल्प लिए थे, एक-एक करके साकार हो रहे हैं। आने वाले दिनों में पतंजलि फूड पार्क के माध्यम से क्षेत्र के किसानों के लिए एक बेहतर व्यवस्था खड़ी होगी। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि पतंजलि के इस सेवाकार्य में महाराष्ट्र सरकार हर संभव सहायता करेगी।
क्या बोले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी?
उद्घाटन के मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को धन्यवाद देते हुए कहा कि मेरे और सीएम के आग्रह पर उन्होंने मिहान, नागपुर में फलों का प्रसंस्करण करने वाले उद्योग की शुरुआत की। स्वामी रामदेव ने जो इनिशिएटिव लिया है, वह हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क, मिहान में बेहतर तकनीक को लाकर स्वामी जी ने किसानों को राहत तथा युवाओं को रोजगार देने का सराहनीय कार्य किया है। उनके सहयोग और उदार दृष्टिकोण से समाज में शोषित पीड़ितों के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।
अब खुदखुशी नहीं करेंगे किसान- नितिन गडकरी
गडकरी ने कहा कि विदर्भ में 10 हजार से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है। उसका मूल कारण यहां किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य न मिल पाना है। आज जब स्वामी रामदेव ने यहां फूड पार्क स्थापित करने का निर्णय लिया तो यहां के किसानों में आशा की किरण जगी है। जो छोटे साइज का संतरा 12 रुपए किलो बेचा जाता था, उसे पतंजलि ने 18 रुपए पर खरीदी का विश्वास जगाया है। यहां प्रतिदिन 800 टन संतरे की मांग रहेगी, जिसके लिए संतरे का उत्पादन बढ़ाने का प्रयास हम सबको करना है। उन्होंने कहा कि संतरा, नींबू, मौसमी आदि का उत्पादन कैसे बढ़ाया जाए, इसके लिए भी हमारा एग्रो विजन काम कर रहा है। अभी नागपुर में एक एकड़ में 4-5 टन संतरे का उत्पादन होता है, जिसे बढ़ाकर 25 से 30 टन करना हमारा लक्ष्य है। मुझे विश्वास है कि सरकार के प्रयासों तथा पतंजलि के संकल्प से विदर्भ के किसान को अब आत्महत्या के लिए बाध्य नहीं होना पड़ेगा।

नितिन गडकरी और बाबा रामदेव
स्वामी रामेदव बोले – अब मिलेगा 100 प्रतिशत संतरे का जूस
वहीं, स्वामी रामदेव ने कहा कि नागपुर देश का एक आदर्श महानगर ही नहीं, अपितु धार्मिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, औद्योगिक, सुरक्षा, समृद्धि तथा वैल्थ क्रिएशन की दृष्टि से एक अप्रतिम स्थान है। पतंजलि द्वारा नागपुर में एशिया का सबसे बड़ा संतरा प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित किया गया है, जिसमें लगभग 1000 करोड़ का निवेश किया जा चुका है तथा अभी 500 करोड़ और निवेश की योजना है। इस प्लांट में देश-विदेश से उच्च तकनीक युक्त मशीनें लगाई गई हैं। उन्होंने कहा कि संतरे का जूस सबसे बड़ा एंटी एजिंग होता है, इसे पीने से लोग जल्दी बूढ़े नहीं होते। अभी बाजार में जो संतरा, माल्टा, अमरूद , मिक्स फ्रूट जूस, एप्पल आदि फलों का जूस मिलता है, उसमें 10 प्रतिशत जूस, 40 प्रतिशत शुगर और बाकी पानी का घोल होता है। अब नागपुर से पूरे देश व दुनिया को पेस्टीसाइड्स, प्रिजर्वेटिव्स तथा शुगर रहित 100 प्रतिशत संतरे का जूस मिलेगा। इस प्लांट की प्रतिदिन क्षमता 800 टन है। इससे किसानों की समृद्धि भी बढ़ेगी। यह ऋषि-कृषि क्रांति का उद्घोष है।
आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि एक योगी, एक ऋषि, एक संन्यासी जब समाज के लिए जुट जाता है तो कितना बड़ा कार्य कर सकता है। जब विदर्भ की बात आती है तो लाचार, हताश, व्याकुल, आत्महत्या को आतुर किसान की छवि दिखाई पड़ती है। नागपुर का यह संतरा प्रोसेस यूनिट दृढ़ संकल्प के साथ इसी अभाव, गरीबी व कष्ट को दूर करने के लिए स्थापित किया गया है। उस चित्र व चरित्र को बदलने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है, जो यहां के किसान के लिए एक अभिशाप बन गया था। हमें विश्वास है कि जल्द ही यहां का स्वरूप बदल जाएगा।
कौन-कौन कार्यक्रम में हुआ शामिल?
कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक आशीष जसवाल, आशीष देशमुख, नागपुर व अमरावती के महसूल व पालक मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री भाजपा शिव प्रकाश, पतंजलि फूड्स लि. के एम.डी. रामभरत, एन.पी. सिंह, प्रो. साध्वी देवप्रिया, बहन अंशुल, बहन पारूल, स्वामी परमार्थ देव, विदर्भ तथा महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों के किसान भाई तथा विशेष रूप से पतंजलि महिला योग समिति के साथ-साथ पतंजलि योगपीठ के सभी संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।