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मुंबई

‘नहीं तो कान के नीचे आएगी आवाज’, मराठी भाषा के सम्मान पर राज ठाकरे की चेतावनी

गुड़ी पड़वा पर मनसे की रैली हमेशा चर्चा में रहती है। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने आज दादर के शिवाजी पार्क में विशाल रैली को संबोधित किया। मनसे की गुड़ी पड़वा रैली में हिंदुत्व, पार्टी की भविष्य की भूमिका, औरंगजेब का मकबरा, महाराष्ट्र की राजनीति और मराठी भाषा मुख्य मुद्दा रहा।

Author Edited By : Satyadev Kumar Updated: Mar 30, 2025 22:16
MNS Chief Raj Thackeray
MNS Chief Raj Thackeray

गुड़ी पड़वा के मौके पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने दादर के शिवाजी पार्क में विशाल रैली को संबोधित किया। इस दौरान राज ठाकरे ने एक बार फिर मराठी भाषा और उसके सम्मान पर बात की। मराठी भाषा को लेकर उन्होंने कहा कि हर एक राज्य की राजभाषा है और महाराष्ट्र की राजभाषा मराठी है। उसका सम्मान होना ही चाहिए। नहीं तो कान के नीचे आवाज आएगी। मनसे ने गुड़ी पड़वा सभा के लिए बालासाहेब ठाकरे की तस्वीर का इस्तेमाल किया। जब उद्धव ठाकरे से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने राज ठाकरे की आलोचना करते हुए कहा कि बालासाहेब की तस्वीर के बिना कोई भी आगे नहीं बढ़ सकता।

मुंबई में मराठी बोलनी चाहिए, नहीं तो आपको परेशानी होगी: राज ठाकरे

राज ठाकरे ने कहा कि मराठी लोग बीमार हो रहे हैं। मुंबई में वे हमसे कहते हैं कि हम मराठी नहीं बोलेंगे, अगर वे मराठी नहीं बोलेंगे तो क्या हम चुपचाप बैठे रहेंगे? उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और मुंबई में मराठी का सम्मान किया जाना चाहिए। राज ठाकरे ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे जांच करें कि महाराष्ट्र के हर बैंक में मराठी भाषा का उपयोग होता है या नहीं। हिंदू इस देश में तभी जागते हैं, जब मुसलमान सड़कों पर आते हैं। दंगे खत्म होते ही यह मराठी, पंजाबी, गुजराती, पंजाबी हो जाता है। राज ठाकरे ने यह भी कहा है कि अपनी जाति के प्रति प्रेम अच्छी बात है, लेकिन दूसरी जाति के प्रति घृणा विकृति है।

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‘फडणवीस मराठी लोगों के हितों का ध्यान रखेंगे तो हम उनका समर्थन करेंगे’

राज ठाकरे ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देवेन्द्र फडणवीस से मेरी अपील है। आपके हाथ में एक अच्छा राज्य है। यदि आप मराठी लोगों के हितों का ध्यान रखना चाहते हैं तो हम आपका समर्थन करते हैं। किसान आत्महत्या और रोजगार के मुद्दे हैं। यहां पानी का मुद्दा है।

‘फिल्म देखकर जागने वाला हिंदू कुछ काम का नहीं’

राज ठाकरे ने औरंगजेब की कब्र पर विवाद को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, ‘औरंगजेब की कब्र रहनी चाहिए कि नहीं, यह मुद्दा आया कहां से? फिल्म देखकर जागने वाला हिंदू किसी काम का नहीं। विक्की कौशल को मरने के बाद छत्रपती संभाजी महाराज का बलिदान याद आया क्या? औरंगजेब का क्या मामला था किसी को पता है क्या? औरंगजेब का जन्म गुजरात का है। कई मुद्दे सिर्फ आपस में लड़ाने के लिए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘छत्रपति संभाजी महाराज का बलिदान लोगों को विक्की कौशल को देखकर और अक्षय खन्ना औरंगजेब बना उसे देखकर समझ आया, व्हाट्सएप देखकर इतिहास समझा नहीं जाता, किताबों में दिमाग लगाना पड़ेगा।’

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कब्र रहे, सजावट हटा दी जाए: ठाकरे

उन्होंने कहा, ‘औरंगजेब की कब्र का जो सजावट किया गया है उसे हटा दो। सिर्फ कब्र को रखो। वहां पर बड़ा बोर्ड लगा दो। बोर्ड पर लिखो कि जो हमारे छत्रपती शिवाजी महाराज के विचारों को जो मारने आया था, उसे महाराष्ट्र की भूमि में दफना दिया गया। छोटे-छोटे बच्चों को वहां ट्रिप पर लेकर जाओ और उन्हें दिखाओ कि औरंगजेब को यहां दफनाया था। बच्चों को सीखाना चाहिए, अगली पीढ़ी को बताना चाहिए कि देखो हमारे पूर्वजों ने ऐसे क्रूर शासको को यहां मारा था।’

‘नदियों को लेकर अव्यवस्था’

वहीं, प्रयागराज महाकुंभ मेले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे पास कुछ उत्तर भारतीय लोग आए। उन्होंने बताया कि गंगा में स्नान करने के बाद बीमार पड़ गए। मंच से उन्होंने गंगा नदी का वीडियो क्लिप भी दिखाया। उन्होंने कहा कि नदियों को लेकर अव्यवस्था है, जिसे हम माता और देवी कहते हैं।

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Edited By

Satyadev Kumar

First published on: Mar 30, 2025 10:15 PM

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