मुंबई के विले पार्ले में दिगंबर जैन मंदिर को बीएमसी द्वारा तोड़े जाने के खिलाफ जैन समुदाय ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। मुंबई महानगरपालिका के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद और जैन समुदाय की मौजूदगी में विले पार्ले से अंधेरी पूर्व क्षेत्र तक नगर पालिका के के/पूर्व कार्यालय के सामने विरोध मार्च निकाला गया। मनपा के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई करने की मांग जैन धर्मावलंबियों द्वारा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से की गई है। कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए मुंबई महानगरपालिका ने विले पार्ले ईस्ट में 90 साल पुराने दिगंबर जैन मंदिर पर तोड़फोड़ की कार्रवाई की।
धार्मिक नेताओं का अनुरोध
इस तोड़फोड़ अभियान के दौरान जैन धार्मिक नेताओं ने अनुरोध किया कि धार्मिक पुस्तकें और धार्मिक वस्तुएं हटा दी जाएं। नगर पालिका ने जैन धर्मगुरुओं के अनुरोध करने पर भी नजरअंदाज किया। इस कार्रवाई के दौरान जैन धर्म की धार्मिक पुस्तकें और धार्मिक वस्तुओं को सड़क पर फेंकने का आरोप नगर निगम कर्मचारियों पर लगाया गया।
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— Deepti Sharma (@DeeptiShar24006) April 19, 2025
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हाईकोर्ट ने लगाई दोपहर तक रोक
हाईकोर्ट ने कार्रवाई के दौरान जैन मंदिर को तोड़े जाने पर दोपहर तक रोक लगा दी है। इस कार्रवाई के खिलाफ जैन समाज आक्रामक हो गया है और प्रमुख जैन नेताओं ने नगर पालिका के के/पूर्व प्रभाग के वार्ड अधिकारी नवनाथ घाडगे को निलंबित करने की मांग की है। जैन धर्मगुरु, हिंदू विश्व परिषद और जैन समुदाय के प्रमुख लोग आज सुबह से विले पार्ले से अंधेरी ईस्ट इलाके में के/ईस्ट डिवीजन कार्यालय तक मौन मार्च निकालेंगे। जैन धर्मगुरुओं ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मांग की है कि जैन मंदिर के खिलाफ कार्रवाई करने वाले वार्ड अधिकारी नवनाथ घाडगे को निलंबित किया जाना चाहिए। इसके अलावा जैन समुदाय मांग कर रहा है कि जैन मंदिर को उसी स्थान पर फिर से बनाया जाए, जहां वह पहले था।
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