देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में मॉनसून के पहले ही दिन बीएमसी की तैयारियों की पोल खुल गई थी। शहर में 26 मई को जगह-जगह वाटर लॉगिंग हुई, रेल से लेकर सड़क यातायात तक प्रभावित रहा लेकिन सबसे ज्यादा सवाल हिंदमाता, गांधी मार्केट, येलोगेट और चूनाभट्टी को लेकर उठे। क्योंकि यहां बारिश के पानी को स्टोर करने के लिए सिस्टम बनाया गया है और लाखों रुपए पंपिंग स्टेशन के संचालकों को दिए जाते हैं कि बारिश के बाद पंप से पानी निकालकर रास्तों को क्लियर करें, लेकिन वर्षा जल संचयन प्रणाली को पर्याप्त क्षमता से संचालित न करने और छोटे पंपिंग स्टेशन को पूरी क्षमता के साथ संचालित नहीं करने को लेकर 4 संचालकों पर 10-10 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने बनाई योजना
बृहन्मुंबई महानगरपालिका द्वारा बनाई गई मानसून योजना के अनुसार, निचले इलाकों में पानी पंप करने के लिए नियुक्त छोटे पंपिंग स्टेशन संचालकों पर निविदा की शर्तों के अनुसार सिस्टम स्थापित न करने तथा उन्हें पर्याप्त क्षमता से संचालित न करने पर नगर निगम प्रशासन ने 10-10 लाख रुपए का जुर्माना लगाने का फैसला लिया है। जिसके चलते, हिंदमाता, गांधी मार्केट, येलोगेट तथा चूनाभट्टी छोटे पंपिंग स्टेशनों के संचालकों पर 10-10 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है, यानी कुल 40 लाख रुपए का जुर्माना।
BMC ने विभिन्न स्थानों पर स्थापित किए 10 स्टेशन
शहरी इलाकों में बारिश का पानी जमा होने से रोकने, निचले इलाकों में जमा होने वाले बारिश के पानी की निकासी करने, सड़क यातायात को सुचारू बनाने तथा बारिश के पानी की तेजी से निकासी के लिए बीएमसी ने विभिन्न स्थानों पर 10 मिनी पंपिंग स्टेशन स्थापित किए हैं। इन केंद्रों का संचालन ठेकेदारों द्वारा किया जाता है। इसके लिए टर्म एंड कंडीशन भी फाइनल की गई हैं। 25 मई, 2025 तक पूरी व्यवस्था अप्लाई करने के निर्देश दिए गए थे।
लेकिन सोमवार, 26 मई, 2025 को बीएमसी क्षेत्र में मई महीने की रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई। कई स्थानों पर मात्र 13 घंटों में 250 मिमी बारिश दर्ज की गई। लगातार भारी बारिश की पृष्ठभूमि में यह देखा गया कि भारी बारिश के कारण हिंदमाता, गांधी मार्केट, येलोगेट और चूनाभट्टी में निचले इलाकों में जलभराव हुआ। बारिश के पानी को निकालने के लिए स्थापित छोटी जल निकासी प्रणाली पर्याप्त क्षमता और समय के साथ चालू नहीं थी। नतीजतन, हिंदमाता और गांधी मार्केट जैसे इलाकों में यातायात और सामान्य जीवन प्रभावित हुआ। साथ ही, मस्जिद उपनगरीय रेलवे स्टेशन क्षेत्र में कुछ मिनटों के लिए जलभराव हुआ, जिससे उपनगरीय रेलवे का संचालन बाधित हुआ।
कितना लगाया गया है जुर्माना?
चूनाभट्टी में अधिक बारिश नहीं होने के बावजूद पंप पूरी क्षमता से काम नहीं कर रहे थे। इस पर संज्ञान लेते हुए संचालक पर जुर्माना लगाने का निर्णय लिया गया। इन सभी बातों को गंभीरता से लेते हुए बीएमसी प्रशासन ने टेंडर की शर्तों के अनुसार सिस्टम स्थापित न करने तथा पर्याप्त क्षमता और समय के साथ सिस्टम को लागू न करने के लिए हिंदमाता, गांधी मार्केट, येलोगेट और चूनाभट्टी के छोटे ड्रेनेज केंद्रों के संचालकों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। इसके अनुसार हर एक पर 10 लाख रुपये, कुल 40 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
ये भी पढ़ें- Mumbai News: ‘एक महिला की चुप्पी और एक मंत्री की ताकत’, कौन जीता, कौन हारा?