Marathi Language Dispute: महाराष्ट्र में मराठी बोलने का विवाद दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। हाल ही में, मराठी न बोलने पर मीरा रोड पर एक फ़ास्ट फ़ूड के कर्मचारी को एमएनएस कार्यकर्ताओं ने पीटा था। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। मामले में अब बीजेपी नेता दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ की भी एंट्री हो गई है। उन्होंने मराठी भाषा पर चल रहे विवाद पर ठाकरे ब्रदर्स को चेतावनी दी है। विवाद निरहुआ ने कहा कि खुला चैलेंज देता हूं हर बार, कि मैं मराठी नहीं बोलता हूं। मैं भोजपुरी बोलता हूं। दम है तो हमको निकाल कर दिखाओ। गरीब आदमी पर क्यों जाते हो। आगे कहा कि दरअसल वो गंदी राजनीति करते हैं, तोड़ने वाली बात करते है। जबकि विविधता में एकता हमारी ताकत है।
अखिलेश पर भी साधा निशाना
बातचीत में दिनेश लाल उर्फ निरहुआ ने कहा कि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। कहा कि अखिलेश यादव हिंदुओं का अपमान करके मुसलमानों को खुश करते हैं। अखिलेश अपने धर्म पर चोट करने का एक भी अवसर नहीं छोड़ते हैं। हिंदू धर्म को आहत करके वह एक खास वर्ग को खुश करना चाहते हैं। इटावा मामले में पॉलीटिशियन ने गंदी राजनीति की। ऐसा नहीं करना चाहिए। विकास की बात करना चाहिए। इसे डर्टी पॉलिटिक्स कहते हैं, ऐसा नहीं होना चाहिए।
सीएम भी कर चुके हैं कार्रवाई की बात
महाराष्ट्र में मराठी भाषा न बोलने पर कई दिनों से विवाद चल है। अब मामले में सीएम देवेंद्र फडणवीस ने साफ बयान दिया है। एक बयान में उन्होंने कहा कि राज्य में मराठी भाषा पर गर्व करना गलत नहीं है। लेकिन अगर कोई भी भाषा के नाम पर गुंडागर्दी करेगा तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाषा के आधार पर किसी के साथ मारपीट भी बर्दाश्त नहीं होगी।
यह भी पढ़ें: ‘भाषा के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं, होगी कार्रवाई’, मराठी विवाद पर सीएम फडणवीस का बड़ा बयान
साथ आई शिवसेना और एमएनएस
मराठी भाषा विवाद में अब शिवसेना यूबीटी के प्रमुख उद्धव ठाकरे और एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे साथ आ गए हैं। दोनों ने एक संयुक्त पत्र ङी जारी किया है। इसमें 5 जुलाई को होने वाली जनसभा का निमंत्रण मराठी में लिखा था। पत्र में लिखा है कि ‘आवाज मराठी का, मराठी माताओं, बहनों और भाइयों, क्या आपने सरकार को झुकाया? हां, आपने झुकाया। और किसने झुकाया? तो वह आप ही थे। आप मराठी लोगों ने सरकार को झुकाया। हम तो सिर्फ आपकी तरफ से संघर्ष कर रहे थे। इसलिए खुशी का उत्सव मनाते समय भी हम केवल इस सभा के आयोजक हैं। बाकी उत्सव तो आपको मनाना है। नाचते-गाते हुए आइए, उत्साह और गुलाल उड़ाते हुए आइए। हम आपकी प्रतीक्षा कर रहे हैं। आपके विनम्र राज ठाकरे, उद्धव ठाकरे।’
यह भी पढ़ें: ‘हम हिंदू है हिंदी नहीं…’, हिंदी बनाम मराठी विवाद पर मनसे का पलटवार