Maratha quota protesters in Maharashtra curfew in Beed, internet shut down: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग अब उग्र होती जा रही है। सोमवार को आंदोलन तेज होने के बाद बीड में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसके साथ ही पूरे इलाके में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा भी लागू कर दी गई है।
यह घटनाक्रम प्रदर्शनकारियों की ओर से बीड में राजनेताओं के घरों (NCP विधायकों) और सार्वजनिक स्थानों पर तोड़फोड़ करने के बाद हुआ। विपक्षी पार्टी शिवसेना (यूबीटी) ने मराठा आरक्षण की मांगों पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है, जिसके बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के दो विधायकों और एक पूर्व मंत्री के घरों में आग लगा दी गई।
बीड में है सबसे ज्यादा हिंसा
जानकारी के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने बीड जिले में शरद पवार के नेतृत्व वाले राकांपा गुट के सदस्य विधायक संदीप क्षीरसागर के घर में भी आग लगा दी। उनके घर पर खड़ी गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया गया। पुलिस के अनुसार, अभी तक किसी के घायल होने की खबर नहीं है। बताया गया है कि रविवार को बीड जिले में एक अन्य राकांपा विधायक प्रकाश सोलंके के घर भी प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की और आग लगा दी। सोलंके अजीत पवार के नेतृत्व वाले राकांपा गुट से हैं।
डिप्टी सीएम अजीत पवार के पोस्टर पर निकाला गुस्सा
बीड में पूर्व मंत्री जयदत्तजी क्षीरसागर के कार्यालय में भी आग लगा दी गई। बताया गया है कि वह एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के सदस्य हैं। शरद पवार के नेतृत्व वाले गुट की ओर से संचालित एक राकांपा कार्यालय को भी आज सुबह आग लगा दी गई। आंदोलनकारियों ने वडगांव निंबालकर गांव में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के पोस्टरों को विरूपित करके भी अपना आक्रोश व्यक्त किया।
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मराठा समुदाय कर रहा है मांग
बता दें कि मराठा समुदाय के सदस्य अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारांगे पाटिल की ओर से जालना जिले में 25 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करने के बाद आंदोलन तेज हो गया। सामने आया है कि हिंसा के बीच बीड में भाजपा विधायक लक्ष्मण माधवराव पवार और एनसीपी जिला अध्यक्ष राजेश्वर चव्हाण ने इस्तीफा दे दिया है।