Maharashtra News: महाराष्ट्र विधानमंडल के नागपुर में चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान तेंदुआ–मानव संघर्ष का गंभीर मुद्दा अचानक सुर्खियों में आ गया. इसकी वजह बना जुन्नर विधानसभा क्षेत्र का एक अनोखा दृश्य—विधायक शरद सोनवणे तेंदुए के स्वरूप वाला परिधान पहनकर सीधे विधान भवन पहुँच गए.
सोनवणे का यह प्रतीकात्मक प्रदर्शन राज्य के विभिन्न हिस्सों में बढ़ती तेंदुआ-दृष्टि और हमलों की घटनाओं की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास था. नाशिक, अहमदनगर, पुणे के कुछ इलाकों और विदर्भ में मानव–वन्यजीव संघर्ष लगातार बढ़ रहा है, जिसके चलते ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में भय और असुरक्षा का माहौल गहराता जा रहा है.
विधानभवन में “तेंदुआ एंट्री”
— Vinod Jagdale (@iamvinodjagdale) December 10, 2025
जुन्नर के विधायक शरद सोनवणे आज तेंदुए के परिधान में विधानसभा पहुँचे—राज्यभर में बढ़ते तेंदुआ हमलों पर सरकार का ध्यान खींचने का अनोखा तरीका।
क्या अब वन–मानव संघर्ष पर ठोस कदम उठेंगे?#NagpurSession #Maharashtra #LeopardConflict pic.twitter.com/OdS3TwiT6O
सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग
पत्रकारों से बातचीत में सोनवणे ने बताया कि उनका यह विशेष परिधान उन नागरिकों के दैनिक भय का प्रतीक है, जो तेंदुओं की भयावह उपस्थिति के बीच जीवन जीने को मजबूर हैं. उन्होंने सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग करते हुए निम्नलिखित कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया—
- वन विभाग की निगरानी और गश्त को मजबूत किया जाए
- गांवों के पास भटककर आने वाले तेंदुओं का वैज्ञानिक एवं सुरक्षित पुनर्वास किया जाए
- स्थानीय समुदायों के लिए जागरूकता और प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएँ
- तेंदुआ-हमलों से प्रभावित लोगों को उचित मुआवज़ा और सहायता उपलब्ध कराई जाए
जुन्नर तहसील में सबसे ज़्यादा तेंदुए का आतंक
विधायक शरद सोनवणे के जुन्नर तहसील में सबसे ज़्यादा तेंदुए का आतंक है शाम होते ही लोग अकेले घरों से निकलने में डर जाते है.अपने चुनाव क्षेत्र के लोगों की समस्या सरकार के सामने लाने के लिए सोनवणे का यह अनोखा विरोध विधान परिसर में चर्चा का विषय बन गया और तेंदुआ–मानव संघर्ष जैसे गंभीर मुद्दे को फिर एक बार केंद्र में ले आया.










