Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र की राजनीति में उद्धव ठाकरे को एक बार फिर बड़ा झटका लग सकता है। पार्टी के कई नेता अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर चिंतित है। ऐसे में सूत्रों के हवाले से खबर है कि उद्धव गुट के 6 सांसद पार्टी छोड़ सकते हैं। सूत्रों के अनुसार ठाकरे गुट के 6 सांसद शिंदे गुट के संपर्क में हैं। जानकारी के अनुसार इसका नाम ऑपरेशन टाइगर रखा गया है।
सूत्रों की मानें तो यह ऑपरेशन बहुत सोच समझकर चलाया जा रहा है। इस ऑपरेशन के तहत उद्धव गुट के 9 सांसद शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं। यह ऑपरेशन इस सत्र में ही प्रभावी हो जाता है लेकिन दल बदल विरोधी कानून से बचने के लिए कुछ और सांसदों को साथ लाया गया है। बता दें कि उद्धव ठाकरे गुट के पास 9 सांसद हैं। अगर इसमें से 6 सांसद पार्टी छोड़ते हैं तो दल बदल विरोधी कानून लागू नहीं होगा।
विधायक भी संपर्क में
खबर है कि उद्धव गुट के 6 सांसदों को मनाने के लिए पर्दे के पीछे कई महीनों से तैयारियां चल रही थी। अगले संसद सत्र से पहले कभी भी ये सांसद शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा कुछ विधायक भी शिंदे सेना में शामिल हो सकते हैं।
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इसलिए छोड़ेंगे साथ
बता दें कि कई सांसद शिवसेना उद्धव गुट में कई सांसद अपने भविष्य को लेकर चिंतित है। वे अगले 5 साल तक सत्तारूढ़ गठबंधन के साथ रहना चाहते हैं। जब वे शिंदे गुट में आ जाएंगे तो उन्हें केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकार का साथ भी मिल सकता है। पार्टी और सिबंल का मुद्दा दो चुनाव के बाद अब खत्म हो गया है। एकनाथ शिंदे ने मशाल वाले चिन्ह के साथ विधानसभा चुनाव लड़ा, जिस पर राज्य की जनता ने मुहर लगाने का काम किया है। शिंदे गुट ने विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत दर्ज की। केंद्र में बीजेपी का समर्थन मिलने विकास कामों में भी तेजी आएगी।
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