महाराष्ट्र की राजनीति में शनिवार को बड़ी हलचल हुई। राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव से पहले शरद पवार गुट को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के कई बड़े नेता अजित पवार के गुट में शामिल हो गए हैं। उत्तर महाराष्ट्र के नंदुरबार, जलगांव और धुले जिलों के प्रमुख राजनीतिक नेताओं ने मुंबई में एनसीपी अजित पवार गुट जॉइन कर लिया है। शरद पवार ने पार्टी में शामिल हुए नए सहयोगियों का गर्मजोशी से स्वागत किया और उनके भावी प्रयासों में सफलता की कामना की। उन्होंने उपस्थित पार्टी नेताओं, वर्तमान एवं पूर्व पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं आदि से गहन चर्चा की और कुछ विषयों पर मार्गदर्शन भी दिया।
कौन-कौन नेता अजित पवार गुट में हुए शामिल?
महाराष्ट्र के नंदुरबार, धुले और जलगांव जिलों के कई नेता और कार्यकर्ता पार्टी में शामिल हुए। इनमें पूर्व मंत्री गुलाबराव देवकर, पूर्व मंत्री सतीश पाटिल, पूर्व विधायक कैलास पाटिल, पूर्व विधायक दिलीपराव सोनवणे, पूर्व विधायक प्रो. शरद पाटिल, तिलोत्तमताई पाटिल, जाहिदा मोदी पठान और यशवंत पडवी का नाम शामिल है, जो अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने गुलाबराव देवकर और अन्य नेताओं का पार्टी में स्वागत किया। इस दौरान अजित पवार गुट के कई अन्य नेता भी मौजूद रहे।
मुंबईत राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्ष प्रवेशाचा कार्यक्रम आज उत्साहात संपन्न झाला. पक्षात प्रवेश केलेल्या नवीन सहकाऱ्यांचं मनापासून स्वागत केलं, त्यांना पुढील यशस्वी वाटचालीसाठी शुभेच्छा दिल्या. पक्षाचे उपस्थित नेते मंडळी, आजी-माजी पदाधिकारी, कार्यकर्ते आदी सर्वांशी मनमोकळा संवाद… pic.twitter.com/52Vn3K9BZW
— Ajit Pawar (@AjitPawarSpeaks) May 3, 2025
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गुलाबराव देवकर ने क्यों छोड़ा शरद पवार का साथ?
लंबे समय से शरद पवार के वफादार माने जाने वाले पूर्व मंत्री गुलाबराव देवकर के अजित पवार गुट में शामिल होने से एनसीपी को और मजबूती मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। गुलाबराव देवकर ने शरद पवार की पार्टी से जलगांव ग्रामीण सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में माना जा रहा है कि जलगांव जिले में लोकसभा और विधानसभा चुनाव में शरद पवार गुट की हार के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं में दरार पड़ गई थी। इसलिए स्थानीय निकाय चुनाव नजदीक आने से पहले कई कार्यकर्ताओं को लग रहा है कि उन्हें सत्ताधारी पार्टी के साथ होना चाहिए। सियासी गलियारे में चर्चा है कि इसी वजह से गुलाबराव देवकर अजित पवार की एनसीपी में शामिल हुए।
कौन हैं गुलाबराव देवकर?
गुलाबराव देवकर का जन्म 20 जनवरी 1956 को बाबूराव देवकर के घर हुआ था। उन्होंने 10वीं तक पढ़ाई की और फिर छोड़ दी। वह जलगांव शहर में कई निजी कॉलेजों के मालिक हैं और उनका संचालन करते हैं। गुलाबराव बाबूराव देवकर महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य और पूर्व मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने जलगांव ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। जलगांव ग्रामीण विधानसभा चुनाव 2024 में महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार के रूप में गुलाबराव देवकर ने एनसीपी (शरद पवार) के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन महायुति गठबंधन में शामिल शिवसेना (शिंदे प्रत्याशी) के प्रत्याशी गुलाबराव पाटील ने उन्हें हरा दिया था।
कोर्ट ने सुनाई थी 5 साल कैद की सजा
2019 में धुले जिला न्यायालय ने 110 करोड़ रुपये के जलगांव आवास घोटाले मामले में देवकर को 5 साल कैद की सजा सुनाई थी। इस बड़े घोटाले के दौरान वह जलगांव नगर निगम के सदस्य थे। घोटाले में जिला अदालत द्वारा दोषी पाए जाने के बाद, राजनीतिक दबाव के कारण उन्होंने राज्य के शहरी परिवहन मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था। 2014 में भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में रहने के दौरान उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। 2019 में उन्होंने लोकसभा का चुनाव लड़ा, लेकिन फिर से हार गए।