महाराष्ट्र सरकार महान शासिका अहिल्यादेवी होलकर की पुण्यतिथि के अवसर पर एक बैठक का आयोजन करने जा रही है। खास बात यह है कि यह बैठक मुंबई या पुणे जैसे शहरों में नहीं, बल्कि अहिल्यानगर जिले के एक छोटे से गांव में होने जा रही है। यह बैठक 29 अप्रैल को गांव चोंडी (तहसील: जामखेड़) में होगी, जहां पर अहिल्यादेवी का जन्म हुआ था। सरकार पर पहले से ही 8 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। इसी बीच खबर सामने आई कि सरकार इस बैठक के लिए 150 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है। इसके लिए टेंडर भी जारी किया जा चुका है।
कर्ज के बीच करोड़ों का खर्च
महाराष्ट्र सरकार वर्तमान में 8 लाख करोड़ रुपये के कर्ज में डूबी हुई है। कर्ज में डूबी महाराष्ट्र सरकार अब कैबिनेट बैठक पर 150 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। इसके लिए चोंडी गांव में तैयारियां जोरों-शोरों से की जा रही हैं। दरअसल, इस बैठक का आयोजन 29 अप्रैल को शासिका अहिल्यादेवी होलकर की पुण्यतिथि के अवसर पर किया जा रहा है।
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जारी हुआ 150 करोड़ रुपये का टेंडर
बैठक को लेकर चोंडी गांव में बड़े पैमाने पर व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इसके तहत एक भव्य मंडप बनाया जाएगा, टेम्पररी इलेक्ट्रिकल सिस्टम लगाया जा रहा है। इसके अलावा, CCTV कैमरे लगाए जाएंगे। साथ ही लाउडस्पीकर सिस्टम भी स्थापित की जाएंगे। इन तमाम व्यवस्थाओं के लिए कुल 150 करोड़ रुपये का खर्च आएगा, जिसके लिए टेंडर लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा जारी किया जा चुका है। आपको बता दें कि इसके पहले महाराष्ट्र सरकार पर कर्ज में डूबे होने के बावजूद भी मुफ्त सुविधाएं देने को लेकर सवाल उठ चुके हैं।
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