Maharashtra Chunav 2024: महाराष्ट्र में नामांकन की आखिरी तारीख 29 अक्टूबर थी। प्रदेश की नागपुर सेंट्रल सीट पर नामांकन के दौरान जमकर ड्रामा देखने को मिला, जब कांग्रेस के पूर्व नेता और मंत्री रह चुके अनीस अहमद कुछ मिनटों की देरी के चलते नामांकन नहीं कर पाए। उन्होंने इसके लिए कई परेशानियों का हवाला भी दिया, लेकिन अधिकारियों ने उनकी एक नहीं सुनी। नाॅमिनेशन की प्रक्रिया सुबह 11 बजे से 3 बजे तक चलती है।
बता दें कि कांग्रेस से 4 दशक पुराना रिश्ता तोड़कर अहमद वंचित बहुजन अघाड़ी में शामिल हो गए। टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार 3 बजे की डेडलाइन खत्म हो जाने से रिटर्निंग अधिकारी ने मेरा नामांकन स्वीकार नहीं किया। सुबह से लेकर नामांकन के अंतिम समय तक अहमद की गैरमौजूदगी के कारण कई प्रकार की अटकलें लगती रहीं।
पूर्व मंत्री ने गिनाए ये कारण
अहमद ने निर्वाचन अधिकारियों को बताया कि उन्होंने वाहनों की परेशानी, रोड बंद होने, सुरक्षा प्रोटोकाॅल और ऐन मौके पर दस्तावेजों के काम होने से कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस दौरान उन्होंने घुटने में चोट का हवाला भी दिया। उन्होंने कहा कि एनओसी लेते, सर्टिफिकेट हासिल करते, राष्ट्रीयकृत बैंकों का खाता खुलवाने में मुझे 2ः30 बज गए।
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रिपोर्ट की मानें तो विधायक अनीस अहमद ने कहा कि जिन मुस्लिमों और दलितों ने कांग्रेस को लोकसभा में जिताया, अब वे टिकट वितरण खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने कांग्रेस पर पक्षपात करने के आरोप भी लगाए।
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कुछ दिनों पहले ही जाॅइन की वीबीए
बता दें कि अनीश अहमद सोमवार को प्रकाश आंबेडकर की वीबीए में शामिल हो गए। पार्टी प्रमुख प्रकाश आंबेडकर की उपस्थिति में अहमद ने पार्टी की सदस्यता जाॅइन की। इस दौरान अहमद ने कहा कि मैंने 3 बार नागपुर सेंट्रल सीट का प्रतिनिधित्व किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सोशल इंजीनियरिंग करने में विफल रही।