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महाराष्ट्र में हिचकोले खा रहा NDA, 180 सीटों पर BJP की निगाहें, ये है CM शिंदे का प्लान

Maharashtra Assembly Election 2024 News: बीजेपी कोर कमिटी की मीटिंग में पार्टी नेताओं ने एकनाथ शिंदे और अजीत पवार के असहयोग पर बात की। नेताओं ने कहा कि कम से कम 2 लोकसभा क्षेत्रों में पार्टी को एकनाथ शिंदे की शिवसेना से सहयोग नहीं मिला।

Edited By : News24 हिंदी | Updated: Jul 20, 2024 13:07
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महाराष्ट्र में सीटों को लेकर तीनों पार्टियों के बीच खींचतान पैदा होती दिख रही है। फोटोः एकनाथ शिंदे X अकाउंट
महाराष्ट्र में सीटों को लेकर तीनों पार्टियों के बीच खींचतान पैदा होती दिख रही है। फोटोः एकनाथ शिंदे X अकाउंट

Maharashtra Assembly Election 2024 News: महाराष्ट्र में बीजेपी अलग तरह के दबाव का सामना कर रही है। सहयोगी पार्टियां विधानसभा चुनाव के लिए तगड़ी बारगेनिंग करने के मूड में हैं। दूसरी ओर बीजेपी को अजीत पवार के मामले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दबाव का भी सामना करना पड़ रहा है। हालांकि पार्टी की कोशिश है कि एकनाथ शिंदे के साथ अजीत पवार को भी अपने कैंप में बनाए रखा जाए… लेकिन सीटों का गणित उसे परेशान कर रहा है। दरअसल महाराष्ट्र में बीजेपी कोर कमिटी की मीटिंग में पार्टी नेताओं ने विधानसभा चुनाव में 170 से 180 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी करने की बात कही है। ऐसे में अगर बीजेपी अपने स्टैंड पर कायम रहती है तो फिर महाराष्ट्र में उसे दो सहयोगियों को एडजस्ट करने में खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

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एकनाथ शिंदे का प्लान

महाराष्ट्र में अगले तीन महीने में विधानसभा के चुनाव होंगे। अभी बीजेपी के सहयोग से एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री हैं। चुनाव बाद शिंदे को मुख्यमंत्री बनने के लिए कम से कम वर्तमान विधायकों की संख्या को बनाए रखना होगा। इसके लिए उन्हें विधानसभा चुनाव में बेहतर स्ट्राइक रेट भी रखना होगा। अगर विधानसभा चुनाव के लिए एकनाथ शिंदे के प्लान को देखें तो वह कम से कम 100 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। शिंदे ने बीजेपी पर दबाव बनाने के लिए 100 विधानसभा क्षेत्रों में 110 ऑब्जर्वर भी तैनात कर दिए हैं। शिंदे के इस फैसले से बीजेपी कैंप में असहजता है। क्योंकि इसी असहजता ने लोकसभा चुनावों में भी बीजेपी को नुकसान पहुंचाया है। भगवा पार्टी ये बात जानती है।

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लोकसभा चुनावों के दौरान एनडीए सहयोगियों के साथ बीजेपी की बातचीत काफी लंबी खींच गई। इसका परिणाम यह परिणाम कैंडिडेट के नाम का ऐलान आखिरी समय में हुआ और उसे चुनाव प्रचार के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पाया। जाहिर है कि इससे सत्ताधारी पार्टी के प्रदर्शन पर खासा असर पड़ा।

‘सहयोगियों का असहयोग’

दो दिवसीय बीजेपी की कोर कमिटी की मीटिंग में लोकसभा चुनाव के दौरान सहयोगियों के ‘असहयोग’ पर भी खूब बातें हुईं। बैठक में खासतौर पर अजीत पवार का नाम लिया गया और पार्टी नेताओं ने कहा कि भले ही बीजेपी ने अजीत की पार्टी के साथ गठबंधन किया हो, लेकिन एनसीपी (अजीत) के कुछ पार्टी नेताओं और कई सारे विधायकों ने लोकसभा चुनाव के दौरान शरद पवार के लिए काम किया।

शिंदे की सेना पर भी सवाल

बीजेपी की मीटिंग में एकनाथ शिंदे की पार्टी और उसके असहयोग की भी बात सामने आई। बीजेपी नेताओं ने कहा कि कम से कम दो लोकसभा सीटों पर शिंदे गुट ने उनकी कोई मदद नहीं की, पार्टी को असहयोग का सामना करना पड़ा। जाहिर है कि ग्राउंड पर एकनाथ शिंदे की पार्टी को लेकर बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता आश्वस्त नहीं हैं।

अजीत को कैसे साधेगी बीजेपी

बीजेपी के ऊपर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से बहुत दबाव है। संघ का मानना है कि बीजेपी को अजीत पवार से गठबंधन तोड़ देना चाहिए। अजीत पवार की वजह से बीजेपी की छवि और संभावनाओं को धक्का लगा है। आरएसएस के मुखपत्र लगातार इस बारे में लिख रहे हैं। लेकिन बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व की कोशिश है कि एकनाथ शिंदे और अजीत पवार को विधानसभा चुनावों से पहले साधकर अपने साथ रखा जाए। देखना होगा कि अजीत पवार के मामले में बीजेपी, आरएसएस के दबाव को कैसे खत्म करती है।

क्या है महाराष्ट्र में NDA का समीकरण

288 सदस्यों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में अभी बीजेपी के पास 105 विधायक हैं। शिवसेना (शिंदे) के पास 37 विधायक हैं, हालांकि उनकी संख्या पहले 40 थी। वहीं अजीत पवार के पास 39 विधायक हैं।

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News24 हिंदी

First published on: Jul 20, 2024 01:07 PM

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