मंत्री जयकुमार गोरे मामले में सीएम देवेंद्र फडणवीस ने आज विधानसभा में बयान दिया। सीएम ने कहा कि मंत्री जयकुमार गोरे मामले में शरद पवार की एनसीपी का हाथ है। फडणवीस ने कहा कि रोहित पवार और सुप्रिया सुले आरोपी तुषार खरात के संपर्क में थे। जयकुमार गोरे राज्य की सरकार में मंत्री है। कुछ दिन पहले उन्हें एक महिला को ब्लैकमेल करने के आरोप में अरेस्ट किया गया था।
इस मामले में महिला ने जयकुमार गोरे पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। वहीं मामले को रफा दफा करने के लिए 3 करोड़ की मांग की थी। 1 करोड़ की पहली किस्त लेते समय पुलिस ने महिला को रंगे हाथों पकड़ लिया। बता दें कि मंत्री जयकुमार गोरे फडणवीस सरकार में ग्रामीण और पंचायती राज मंत्री हैं।
जानें पूरा मामला
2017 में मंत्री जयकुमार गोरे पर एक महिला ने यौन उत्पीड़न और अश्लील तस्वीरें भेजने का आरोप लगाया। मामले में गोरे को अदालत ने 2019 में बरी कर दिया था। इसके बाद कोर्ट ने सबूतों को नष्ट करने का आदेश भी दिया। इस मामले में पुलिस के अनुसार महिला ने मंत्री से मामला निपटाने के लिए 3 करोड़ की रकम मांगी।
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मंत्री बोले- छवि खराब करने की कोशिश
इसके बाद पुलिस ने महिला को अरेस्ट कर लिया जब वह 1 करोड़ रुपये की रकम ले रही थी। अब इस मामले ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है। विपक्ष ने सवाल उठाया कि अगर मंत्री निर्दोष थे तो फिरौती क्यों दी जा रही थी? वहीं मंत्री ने कहा कि उन्हें कोर्ट ने 2019 में इस मामले में बरी कर दिया था। उन्होंने कहा कि विपक्ष उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रहा है। फिलहाल मामले में पुलिस महिला से पूछताछ कर रही है। ऐसे में लगता है कि सीएम ने इसी पूछताछ की बातों के आधार पर विधानसभा में इस मामले पर बयान दिया है।
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