BMC FD Decreased by Rs 10000 Crore: देश की सबसे अमीर महानगर पालिका का खिताब हासिल करने वाली बृहनमुंबई महानगर पालिका के रिजर्व कैश में 10 हजार करोड़ रुपये की कमी आ चुकी है। साल 2021-2022 में बीएमसी की एफडी यानी फिक्स डिपॉजिट (FD) 91 हजार करोड़ की ऊंचाई पर पहुंच चुकी थी। लेकिन इस साल घटकर यह एफडी 81 हजार करोड़ तक पहुंच चुकी है। इस साल के मार्च तक ठेकेदारों के बिल अदा करने के बाद यह एफडी और नीचे जाने का अनुमान लगाया जा रहा है।
BMC के FD में कमी वजह
अकेले मुंबई महानगर पालिका का बजट पूर्वोत्तर के सातों राज्यों के बजट से बड़ा होता है। हर साल की तरह इस साल भी बीएमसी का बजट फरवरी की शुरुआत के पहले हफ्ते में जारी किया जाएगा। इस बजट के जरिए बीएमसी की आर्थिक स्थिति और एफडी का अंदाज पता चलता है। बीएमसी हर साल उन बैंकों में अपनी एफडी रखती है, जहां ज्यादा ब्याज मिलता है। पिछले कुछ सालों में बीएमसी द्वारा शुरू किए गए बड़े प्रोजेक्ट के कारण बीएमसी के एफडी में कमी हो रही है।
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क्या है BMC के खर्चे?
बीएमसी अपने एफडी के पैसे को रिटायर्ड कर्मचारियों को पेमेंट समेत बाकी के काम में खर्च करती है। इसके अलावा कोस्टल रोड, मुलुंड-गोरेगांव लिंक रोड और ड्रेनेज के कामों पर भी करोड़ों रुपये खर्च हो जाते हैं। महाराष्ट्र में शिंदे सरकार आने के बाद बीएमसी ने एफडी में जमा पैसा खर्च करना शुरू किया। शिवसेना यूबीटी चीफ उद्धव ठाकरे पहले से ही विरोध करते आ रहे हैं कि बीएमसी एफडी का पैसा खर्च न करें, लेकिन बीएमसी में एडमिनिस्ट्रेटर होने के कारण उनकी चल नहीं रही है।