Maharashtra News : महाराष्ट्र की राजनीति में महत्वपूर्ण नेता एकनाथ शिंदे के नाराज होने की खबर सामने आ रही है। एक तरफ जहां मुख्यमंत्री स्विट्जरलैंड में हैं तो वहीं डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे मुंबई से दूर अपने गांव चले गए हैं। दोनों नेताओं के बीच में आखिरी इतनी दूरी क्यों है? क्या शिंदे सरकार से फिर नाराज चल रहे हैं? चर्चा तो यही है कि शिंदे नाराज हैं।
बताया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे मंत्री को लेकर नाराज चल रहे हैं। खबर है कि दो जिलों के गार्जियन मिनिस्टर को लेकर गठबंधन में विवाद चल रहा है। शिंदे की शिवसेना गार्जियन मिनिस्टर की नियुक्ति पर नाराज चल रही है। हालांकि एकनाथ शिंदे ने इस बात का खंडन किया है कि वह नाराज चल रहे हैं।
एकनाथ शिंदे का कहना है कि जब मैं अपने गांव आता हूं तो मेरी नाराजगी के बारे में बात करना शुरू कर देते हैं। हालांकि मैं यहां विकास कार्यों के लिए गांव आया हूं। संरक्षक मंत्री की उम्मीद करने में कुछ भी गलत नहीं है। नासिक और रायगढ़ के संरक्षक मंत्री का मामला जल्द ही हल हो जाएगा। शिंदे का कहना है कि दोनों जिलों के संरक्षक मंत्री के बारे में जल्द ही फैसला लिया जाएगा। जिला योजना और विकास परिषद के फंड जो स्थानीय कार्यों के लिए आवंटित किए जाते हैं, संरक्षक मंत्री की सिफारिशों पर ही वितरित किए जाते हैं।
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शिंदे ने साफ किया कि भरत गोगावले ने अपनी नाराजगी जाहिर की है लेकिन संरक्षक मंत्री के पद की उम्मीद करने में क्या गलत है? उन्होंने पिछले कई सालों से रायगढ़ में काम किया है। बताया जा रहा है कि शिंदे की नाराजगी के बाद देर रात मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दावोस से नासिक और रायगढ़ के लिए नियुक्तियों पर रोक लगाने के लिए कहा। इसके तुरंत बाद आदेश जारी किए गए।
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शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे ने सरकार पर तंज कसते हुए लिखा कि कल देर रात नासिक और रायगढ़ के संरक्षक मंत्रालयों के लिए अचानक आदेश जारी किया गया, जबकि सीएम विदेश दौरे पर थे। सीएम को लालची राजनेताओं के दबाव की रणनीति के आगे झुकते देखना आश्चर्यजनक है, जो पहले से ही मंत्री हैं, लेकिन संरक्षक मंत्रालय भी चाहते हैं।