Disha Salian Death Case : बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की मौत का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। दिशा सालियान के पिता सतीश सालियान के वकील ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि एनसीबी के अधिकारी समीर वानखेड़े ने SSR की जांच में एक जरूरी बात छिपाई है, इसलिए इस याचिका में समीर वानखेड़े को प्रतिवादी बनाया गया है।
वकील ने कहा कि मामला यह है कि सुशांत सिंह राजपूत मामले में जो मोबाइल चैट्स सामने आए थे, उनमें यह बात उजागर हुई, जो यह साबित करती है कि रिया चक्रवर्ती और आदित्य ठाकरे के आपसी संबंध बहुत पुराने हैं। इसके बावजूद सुशांत सिंह राजपूत मामले में इन दोनों ने सामने आकर कहा कि वे एक-दूसरे को नहीं जानते हैं।
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एनसीबी की फाइल में पर्याप्त सबूत
वकील ने आगे कहा कि एनसीबी की फाइल में ऐसे सबूत मौजूद हैं, जो यह साबित करते हैं कि मौत वाले दिन आदित्य ठाकरे और रिया चक्रवर्ती सुशांत सिंह राजपूत के घर पर ही थे। मोबाइल टावर लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड्स आदि सभी साक्ष्य उपलब्ध हैं। उनकी मांग है कि क्राइम सीन को रीक्रिएट किया जाए, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि जब 14वीं मंजिल से कोई शरीर गिरता है तो वह 25 फीट दूर कैसे गिर सकता है?
14वीं मंजिल से गिरीं दिशा के शरीर पर खूब की एक भी बूंद नहीं
उन्होंने कहा कि जब इमारत से शरीर गिरा तो वहां खून की एक भी बूंद नहीं पाई गई। मालवणी पुलिस नई-नई कहानियां बना रही थी। पोस्टमार्टम के बाद जब दिशा का मृत शरीर उसके परिवार को सौंपा गया तो उसके सिर या शरीर पर चोट के निशान नहीं थे। जब परिवार ने इस बारे में सवाल किया तो अधिकारियों ने बात को घुमा दिया। 2020 में जब एडीआर दर्ज किया गया, तब नियम के अनुसार पीड़ित के परिवार के सामने जांच होनी चाहिए थी, लेकिन दिशा के पिता को नहीं बुलाया गया, यह एक साजिश है।
14 महीने से जांच कर रही SIT
वकील ने आगे कहा कि संज्ञेय अपराध के मामले में पहले एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। बिना केस दर्ज किए पुलिस को जांच करने का अधिकार नहीं है। यहां पर पिछले 14 महीने से एसआईटी जांच कर रही है। उनकी मांग है कि आदित्य ठाकरे, उद्धव ठाकरे और सूरज पंचोली को हिरासत में लेकर उनका ब्रेन मैपिंग टेस्ट, लाई डिटेक्टर टेस्ट और कॉल रिकॉर्ड्स की जांच की जाए। एसआईटी किस प्रावधान के तहत जांच कर रही है, 7 दिन के अंदर आने वाला जवाब 14 महीनों से नहीं मिला। हर किसी को शक था और अब भी है कि दिशा सालियान की मौत एक हादसा नहीं, बल्कि हत्या है।
शरीर पर नहीं थे चोट के निशान
उन्होंने आगे कहा कि इन्होंने सुशांत सिंह राजपूत और दिशा सालियान की मौत को एक एक्सीडेंट बताया। बाद में मालवणी पुलिस के अधिकारियों ने अपना बयान बदला और कहा कि दिशा खून से लथपथ थीं। लेकिन उनके पास सभी चश्मदीद गवाह और डिजिटल सबूत मौजूद हैं, जो यह साबित करते हैं कि उस समय दिशा के कपड़ों पर न तो खून था और न ही कोई चोट के निशान तो फिर समय पर दिशा के कपड़ों को फॉरेंसिक जांच के लिए क्यों नहीं भेजा गया? कपड़े गायब क्यों किए गए? झूठी पोस्टमार्टम रिपोर्ट तैयार की गई।
हत्या को आत्महत्या बताया गया
वकील ने कहा कि आम आदमी की बेटी को ये लोग अपनी संपत्ति समझते हैं, सत्ता और पैसे के घमंड में इन्होंने पहले अत्याचार किया और फिर जो लोग सच सामने लाने लगे, उनका भी प्रोसीक्युशन किया। अब इन्हें जवाब भी मिलेगा और सजा भी। आरोपी पर गैंगरेप, कनविकशन के साथ मौत की सजा दिलवाने की पर्याप्त सबूत मौजूद हैं। ये सारे अपराध आदित्य ठाकरे, सूरज पंचोली, डीनो मोरिया और उनके बॉडीगार्ड्स ने किए हैं। मुंबई पुलिस के एसीपी निपुण ने मुंबई पुलिस का स्टिंग ऑपरेशन किया। उन्होंने इस स्टिंग ऑपरेशन में यह साबित किया कि दिशा सालियान और सुशांत सिंह राजपूत की मौत को हत्या से हटाकर आत्महत्या बताया गया।
दिशा केस में रिया चक्रवर्ती भी आरोप
उन्होंने कहा कि दिशा केस में रिया चक्रवर्ती भी आरोपी हैं और सबूतों से यह साबित हो सकता है। दो वर्जन सामने आए हैं- एक कहता है कि उनकी हत्या हुई और दूसरा कहता है कि यह आत्महत्या थी, लेकिन पहला वर्जन यह बताता है कि दिशा के पास सुशांत सिंह राजपूत से जुड़ी कुछ संवेदनशील जानकारी थी। दिशा ने सुशांत को रिया से जुड़ी ड्रग्स से संबंधित संवेदनशील जानकारी बताई थी। सुशांत ने रिया को यह जानकारी दी और फिर रिया ने यह आदित्य ठाकरे को बताई। इसके बाद आदित्य ठाकरे ने यह योजना बनाई कि सुशांत और दिशा का मर्डर करना है और रिया को वहां से निकलने के लिए कहा। 8 जून को रिया वहां से निकल गई और 6 दिनों के अंदर सुशांत और दिशा की हत्या कर दी गई। हत्या के समय आदित्य ठाकरे और रिया चक्रवर्ती के बीच 44 कॉल्स हुए थे।
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