INS Mormugao: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को विश्वास जताया कि भविष्य में भारत जहाज निर्माण में एक वैश्विक खिलाड़ी के रूप में उभरेगा। रक्षा मंत्री मुंबई में नौसेना डॉकयार्ड में एक P15B स्टील्थ-गाइडेड मिसाइल विध्वंसक INS ‘मोरमुगाओ’ के कमीशनिंग समारोह में बोल रहे थे।
"Will do shipbuilding for World in future…" Rajnath Singh while commissioning INS Mormugao
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आगे अपने संबोधन में राजनाथ सिंह ने कहा, “INS मोरमुगाओ भारत में बने सबसे शक्तिशाली युद्धपोतों में से एक है, यह भारतीय समुद्री क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि करेगा। INS मोरमुगाओ दुनिया के सबसे तकनीकी रूप से उन्नत मिसाइल वाहकों में से एक है।”
दुनिया के लिहाज से जहाज निर्माण करेगा भारत
रक्षा मंत्री ने कहा, “आईएनएस मोरमुगाओ की प्रणालियां न केवल वर्तमान बल्कि भविष्य की जरूरतों को भी पूरा करने में सक्षम होंगी। यह हमारी स्वदेशी रक्षा उत्पादन क्षमता का भी एक उदाहरण है,” उन्होंने कहा कि भविष्य में हम दुनिया के लिए जहाज निर्माण करेंगे। बता दें कमीशनिंग समारोह में चार ‘विशाखापत्तनम’ श्रेणी के विध्वंसक में से दूसरे को नौसेना में औपचारिक रूप से शामिल किया गया, जिसे भारतीय नौसेना के इन-हाउस संगठन, वॉरशिप डिज़ाइन ब्यूरो द्वारा स्वदेशी रूप से डिज़ाइन किया गया और इसका निर्माण मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड, मुंबई द्वारा किया गया।
स्वदेशी युद्धपोत निर्माण के इतिहास में मील का पत्थर
गौरतलब है कि पश्चिमी तट पर गोवा के ऐतिहासिक बंदरगाह शहर के नाम पर नामित, मोरमुगाओ ने संयोग से 19 दिसंबर 21 को अपनी पहली समुद्री उड़ान भरी थी। इसी दौरान गोवा ने पुर्तगाली शासन से 60 साल की मुक्ति का जश्न मनाया था। इस कार्यक्रम में बोलते हुए, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा, “आज का दिन स्वदेशी युद्धपोत निर्माण के इतिहास में एक और मील का पत्थर है क्योंकि हम विध्वंसक मोरमुगाओ को कमीशन करते हैं, खासकर जब अभी एक साल पहले हमारी बहन जहाज विशाखापत्तनम को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था।
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