महाराष्ट्र में औरंगजेब का मुद्दा तीसरे हफ्ते में भी छाया हुआ है। हिन्दुत्ववादी संगठनों ने खुलदाबाद में स्थित औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग की है। इसी मुद्दे पर नागपुर में भी हिंसा हुई। अब मराठवाड़ा इलाके में भी इसी मुद्दे को लेकर शांति बनी हुई है। ऐसे में राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी NIA भी एक्टिव हो गई है। NIA की टीम छत्रपति संभाजी नगर में दाखिल हुई यह टीम पहले खुलदाबाद गई, जहां औरंगजेब की कब्र है। वहां पड़ताल करने के बाद टीम मराठवाड़ा के जालना परभणी और नांदेड़ जैसे संवेदनशील इलाकों में भी गई।
एंटी टेररिस्ट स्क्वाड की ली मदद
जालना परभणी और नांदेड़ में दंगे का पुराना इतिहास रहा है। NIA ने यहां हर संदिग्ध हलचल पर नजर बना रखी है। यहां NIA ने रेकी भी की और इस काम में एंटी टेररिस्ट स्क्वाड की मदद भी ली है। मराठवाड़ा में इससे पहले दंगे में शामिल आरोपियों की गतिविधियों पर भी पैनी नजर रखी जा रही है। जांच एजेंसियां दंगे के आरोपियों की सभी गतिविधियों को ट्रैक कर रही हैं। कई जगहों पर पुलिस बंदोबस्त भी बढ़ा दिया गया है।
यह भी पढ़ें- अखिलेश यादव ने सीएम को दी ‘धमकी मंत्रालय’ बनाने की नसीहत, बीजेपी विधायक के बयान पर सियासत गरमाई
मराठवाड़ा पर NIA की नजर
बता दें कि मराठवाड़ा में कुल 9 जिले आते हैं। यहां पहले से ही अपराध का नेटवर्क फैला हुआ है। NIA ने यहां पिछले एक साल में 2 बार कार्रवाई करते हुए ISIS के संपर्क में आए युवाओं को गिरफ्तार किया था। आज इसमें से कुछ युवा जमानत पर बाहर हैं। इतना ही नहीं कई हिन्दू संगठन भी जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं। पिछले साल छत्रपति संभाजी नगर से दाभोलकर और कलबुर्गी हत्या मामले में कुछ संदिग्धों की गिरफ़्तारी हुई थी। इसलिए हिंदुत्ववादी संगठनों पर भी NIA की नजर बनी हुई है।
क्या था पूरा मामला?
बता दें कि 17 मार्च की रात को नागपुर में हिंसा भड़क गई थी। जिसकी वजह औरंगजेब की कब्र को बताया जा रहा है। महाराष्ट्र के बाद देश के कई राज्यों में औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग हो रही है। नागपुर हिंसा में पुलिस ने मास्टरमाइंड कहे जाने वाले फहीम खान को गिरफ्तार किया है। इस हिंसा के पीछे किसी साजिश का अंदेशा जताया जा रहा है। जांच एजेंसियां इसकी बारीकी से जांच कर रही हैं।
यह भी पढ़ें- बोनस न मिलने पर छीनीं 4 जिंदगियां, पुणे में टेम्पो ट्रैवलर में लगी आग का असली सच रिवील