Dharavi Redevelopment Project: अब मुंबई की धारावी इलाके के सूरत बदलने वाली है। भारत के प्रमुख कारोबारी गौतम अडाणी ने इस इलाके को डेवलमेंट करने के लिए नीलामी जीती थी। धारावी का यह प्रोजेक्ट सिर्फ घरों का नहीं, बल्कि एक पूरे इलाके के भविष्य को बदलने का कदम है। धारावी पुनर्विकास परियोजना पर काम करके अदाणी ग्रुप और सरकार इस इलाके को नई पहचान देने जा रहे हैं, जहां लोग न सिर्फ बेहतर घर में रहेंगे, बल्कि रोजगार और कारोबार के नए मौके भी बनेंगे। अडाणी ग्रुप यहां इडंस्ट्री यूनिट, लग्जरी अपार्टमेंट, स्कूल, हॉस्पिटल नेटवर्क, ग्रीन एरिया, ट्रांसपोर्टेशन हब जैसी सुविधाएं बनाने जा रही है।
क्या है धारावी रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट?
अडाणी ग्रुप की रियल एस्टेट डेवलपमेंट कंपनी अडानी प्रॉपर्टीज नवंबर 2022 में सबसे ऊंची बोली लगाने वाली कंपनी बनकर उभरी। इसे धारावी रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड में 80% हिस्सेदारी मिली। महाराष्ट्र सरकार के पास बाकी 20% हिस्सेदारी है। यह प्रोजेक्ट 600 एकड़ जमीन पर फैला है। इसमें 296 एकड़ जमीन के पुनर्विकास की योजना है, जबकि माहिम नेचर पार्क जैसे खुले स्थानों को संरक्षित रखा जाएगा। धारावी में 8,50,000 से ज्यादा लोग रहते हैं। अस्थायी आबादी को मिलाकर यह संख्या 10 लाख से भी ज्यादा है। यह मुंबई का सबसे घनी आबादी वाला क्षेत्र है। इस प्रोजेक्ट में पर्यावरण को ध्यान में रखकर निर्माण किया जाएगा।
कैसे शुरू हुई परियोजना?
नवंबर 2022 में, रियल एस्टेट डेवलपमेंट कंपनी, अदाणी प्रॉपर्टीज ने धारावी के पुनर्विकास के अधिकार हासिल करने के लिए सबसे ज्यादा बोली लगाने वाली कंपनी बनकर उभरी। कंपनी ने इसे 5,069 करोड़ रुपये की बोली लगाकर हासिल किया गया। अदाणी समूह ने इसे नए सिरे से विकसित करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय शहर और बुनियादी ढांचा नियोजन विशेषज्ञों को शामिल किया। कंपनी ने इसके लिए एक मास्टर प्लान भी तैयार किया है।
हर मूल निवासी को मिलेगा घर
सीएम फडणवीस ने कहा कि धारावी के हर मूल निवासी को घर मुहैया कराया जाएगा। सभी निवासियों को पुनर्विकास के लिए पात्र माना जाएगा, हालांकि पात्रता के नियम अलग-अलग हो सकते हैं। धारावी में रहने वाले स्थानीय कारीगरों और छोटे व्यापारियों को सबसे पहले बसाए जाने की बात कही।
इस डेटा से समझिए प्रोजेक्ट
एनएमडीपीएल में अडाणी समूह की 80% हिस्सेदारी है और शेष 20% हिस्सेदारी महाराष्ट्र सरकार के पास है। 6.4 एकड़ का यह प्लॉट 27.6 एकड़ के भूखंड का हिस्सा है। इसमें माहिम रेलवे स्टेशन के पास कबाड़खाना भी शामिल है। यह मार्च में रेलवे प्राधिकरण से प्राप्त हुआ था। यह जमीन उस 45 एकड़ ज़मीन का हिस्सा है जो परियोजना की विभिन्न कार्यवाहियों के लिए प्राधिकरण से मांगी गई है। एनएमडीपीएल ने 45 एकड़ भूमि के लिए रेलवे को पहले ही 1,000 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है और अडाणी धारावी स्लम पुनर्विकास परियोजना की आय से न्यूनतम राजस्व साझेदारी के माध्यम से 17 वर्षों के बाद अतिरिक्त 2,800 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया जाएगा।