मुंबई में ऑडिशन देने पहुंचे बच्चों को रोहित आर्य नाम के शख्स ने बंधक बना लिया था. हालांकि मुंबई पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी बच्चों को सकुशल बरामद कर लिया है और आरोपी रोहित आर्या को गिरफ्तार कर लिया है. अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि आखिर रोहित ने बच्चों को बंधक क्यों बनाया था, हालांकि उसने एक वीडियो जारी कर कहा है कि मुझे उकसाओ मत.
सामने आए वीडियो में रोहित कह रहा है कि सुसाइड करने की जगह मैंने एक प्लान बनाया और कुछ बच्चों को बंधक बना लिया. मेरे कोई बड़ी डिमांड नहीं है, बहुत सिम्पल सी डिमांड है. बहुत मोरल और एथिकल डिमांड है. मेरे कुछ सवाल हैं और जवाब पर कुछ काउंटर सवाल भी है. मुझे सिर्फ जवाब चाहिए.
वीडियो में वह कह रहा है कि मैं कोई आतंकी नहीं हुई और ना पैसों की डिमांड है. मुझे बस बात करनी है, इसीलिए मैंने इन बच्चों को बन्धक बनाया है. यह सब प्लान के तहत किया है. अगर मैं जिंदा रहा तो मैं ऐसा करूंगा. अगर मैं मर गई तो कोई और करेगा लेकिन यह जरूर होगा क्योंकि आपकी जरा सी भी गलती मुझे इस पूरी जगह को आग लगाने और उसमें मर जाने के लिए उकसाएगी.
कौन है रोहित आर्या?
रोहित आर्या पुणे का रहने वाला है. उसे एक स्कूल के काम का सरकारी टेंडर मिला हुआ था. रोहित का कहना है कि उसे अपने द्वारा किए गए काम के पैसे नहीं मिले. रोहित ने अपने बकाए पैसे के लिए कई बार आंदोलन भी किया. रोहित का कहना है कि उसका 2 करोड़ रुपया बकाया है.
महाराष्ट्र के पूर्व शिक्षण मंत्री दीपक केसरकर का बयान सामने आया है. दीपक केसरकर का कहाना है कि उन्होंने खुद रोहित को पैसे दिए थे. चेक से पैसे दिए गए थे. रोहित आर्या, माझी शाला सुंदर शाला योजना का सहभागी है.


 
 










