उज्जैन: मध्यप्रदेश के उज्जैन से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। दरअसल जिले के ही तराना में डीपी का कार्य करने के दौरान एक ग्रीड ऑपरेटर की करंट की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना की खबर लगते ही ग्रामीण भड़क गए, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों ने बिजली विभाग के कार्यालय पर पहुंचकर ग्रामीणों को शांत करवाया।
3 घंटे तक ग्रिड में फंसी रही बॉडी, किसी ने नहीं उतारी
घटना उज्जैन जिले की तराना तहसील स्थित कचनारिया की है जहां पर डीपी खराब होने पर गुरुवार सुबह इसे सुधारने के लिए ग्रीड ऑपरेटर भुपेंद्र सिंह पोल पर चढ़े। वे सुधार कार्य कर ही रहे थे कि अचानक बिजली का करंट फैल गया और वह डीपी से ही चिपक गए। जिसके बाद उनकी मौके पर ही मौत हो गई। लोगों ने जैसे ही ग्रिड ऑपरेटर को चिपका हुआ देखा तो पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। पुलिस को भी सूचना दे दी गई लेकिन 3 घंटे तक कोई भी उसकी लाश को उतारने के लिए नहीं आया।
मौके पर पहुंचे तहसीलदार और प्रभारी एसडीएम, कार्रवाई के दिए निर्देश
पुलिस के नहीं आने के बाद ग्रामीणों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया जिसके बाद पुलिस के साथ साथ आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मृतक के शव को नीचे उतारकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा। हादसे के बाद मौके पर पहुंचे तराना तहसील के तहसीलदार व प्रभारी एसडीएम ने कहा कि बिजली विभाग के कर्मचारी भूपेंद्र ग्रीड पर सुधार कार्य हेतु चढ़े थे, हालांकि यह कार्य एपबीईबी के सुपरवाईजर का था, जिनके विरुद्ध कार्य के प्रति लापरवाही हेतु कार्रवाई की जाएगी। वहीं मृतक भूपेंद्र के परिवार में से एक व्यक्ति को नौकरी देने, मृतक की पत्नी को शासकीय पेंशन, 4 लाख मुआवजा व 3 लाख बीमा क्लेम देने के लिए एमपीईबी की और से प्रकरण बनवाया जा रहा है।