Maharashtra Politics: पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बदलने की चर्चा हो रही है। कई मौकों पर चुप्पी साधने के बाद आखिरकार बुधवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपनी प्रतिक्रिया दी। लेकिन उनकी प्रतिक्रिया के बाद सवाल उठने लगा है कि आखिर सीएम शिंदे का निशाना किस पर है? महाविकास अघाडी पर या फिर उनके साथ सत्ता में शामिल विरोधियों पर?
सीएम शिंदे के शहर ठाणे में एक संस्था ने ग्रैंड मास्टर विश्वनाथ आनंद का शतरंज की प्रतियोगिता रखी थी। इस कार्यक्रम के लिए पहले तो सीएम ने शुभकामना संदेश दिया। बाद में शिंदे ने महाराष्ट्र की राजनीति में जारी ‘सियासत’ पर उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से मुझे चेकमेट करने का प्रयास कई लोग कर रहे हैं। लेकिन उनका सपना साकार नहीं हो रहा है।
शिंदे बोले- जनता का विश्वास और समर्थन बल मेरे साथ
एकनाथ शिंदे ने कहा कि विरोधियों ने अपनी बुद्धि का इस्तेमाल किया लेकिन जनता का विश्वास और समर्थन का बल मेरे साथ है इसीलिए विरोधी चितपट (पीठ के बल गिरना) हो रहे हैं। बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अजीत पवार की महाराष्ट्र सरकार में एंट्री होने से सीएम शिंदे नाराज़ हैं। इससे सवाल उठता है कि आखिर उनका निशाना किस ओर है? क्या वे दोनों डिप्टी सीएम को निशाने पर ले रहे हैं?
शिंदे ने अपने बयान में किसी भी विपक्षी पार्टी यानी कांग्रेस, शिवसेना (UBT) या फिर एनसीपी पवार गुट का नाम या ज़िक्र नहीं किया। कई लोग और विरोधियों नाम लेकर सीएम शिंदे ने एक तीर से 2 निशाने साधे हैं। एक तो विपक्षी पार्टियों पर और दूसरा सत्ता में शामिल विरोधियों पर।