BJP Leader Prabhat Jha Passes Away: मध्यप्रदेश में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा का शुक्रवार 26 जुलाई को गुरुग्राम के मेदांता में निधन हो गया। वे 67 साल के थे। उनका अंतिम संस्कार मधुबनी जिले के कुरमाई गांव में होगा। वे पिछले काफी समय से न्यूरोलाॅजी की समस्या से पीड़ित थे।
प्रभात झा ने राजनीति शास्त्र में एमए और ग्वालियर काॅलेज से एलएलबी की पढ़ाई करने के बाद करियर की शुरुआत पत्रकारिता से की। वे काफी लंबे समय तक अनेक बड़ी संस्थाओं के साथ जुड़े रहे। इसके बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा। 2008 में उन्हें बीजेपी ने राज्यसभा भेजा। वे लगातार 2020 तक दो बार राज्यसभा सांसद रहे। 2010 से लेकर 2012 तक एमपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रहे। इसके अलावा वे दिल्ली, पंजाब और चंडीगढ़ के प्रभारी भी रहे। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद वे हाशिए पर चले गए। अखबारों में कभी-कभी वे हाईकमान के खिलाफ बोलकर और लिखकर सुर्खियों में बने रहे। उन्होंने कई किताबें भी लिखी थीं।
सीएम मोहन यादव ने जताया शोक
उनके निधन पर मध्यप्रदेश के सीएम डाॅ. मोहन यादव ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और वरिष्ठ भाजपा नेता प्रभात झा जी के निधन का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ। बाबा महाकाल उन्हें दिवगंत चरणों में स्थान दें वहीं शोकाकुल परिजनों को भीषण वज्रपात सहन करने की शक्ति दें। एमपी के विकास में उनकी भूमिका प्रेरित करती रहेगी।
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62 की उम्र में लूंगा राजनीति से संन्यास
प्रभात झा ने एक इंटरव्यू में कहा था कि मैं 62 साल उम्र में राजनीति से संन्यास ले लूंगा। प्रदेश का सीएम बनने में मेरी कोई इच्छा नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि वे एक एकड़ जमीन खरीदेंगे और बच्चों के लिए स्कूल चलाएंगे। वे 5 गाय और भैंस भी पालेंगे। अक्टूबर 2009 की बात है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और शराब कारोबारी विजय माल्या ने प्रभात झा को तोहफे में महंगी और विलायती शराब की बोतल भेजी। इस पर झा ने उनको लौटाने के साथ ही एक पत्र लिखा। उन्होंने पत्र में लिखा कि मेरा न तो आपसे परिचय है और न ही मेरे आपसे अंतरंग संबंध हैं। मैं शराब का शौकीन भी नहीं हूं। आपने शराब की जगह किताब भेजी होती तो अच्छा होता।
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