MP Politics: चुनावी साल में बीजेपी अपने रूठे नेताओं को भी मनाने में लगी है। पिछले कुछ समय में नाराजगी के चलते जिन नेताओं ने पार्टी छोड़ी थी या फिर जिन्हें निष्कासित किया गया था, वह अब लगातार पार्टी में घर वापसी कर रहे हैं। बीजेपी के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री के बेटे ने बीजेपी में घर वापसी कर ली है। सीएम शिवराज और वीडी शर्मा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।
जयंत मलैया के बेटे की घर वापसी
दरअसल, मध्य प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी नेता जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया को फिर से बीजेपी में शामिल कराया गया है। जिससे प्रदेश के बुंदेलखंड अंचल के दमोह जिले के सियासी समीकरण एक बार फिर से बदलते नजर आ रहे हैं। सिद्धार्थ मलैया को दमोह उपचुनाव के दौरान पार्टी से निष्कासित किया गया था। लेकिन लंबे समय से उनकी घर वापसी की अटकलें चल रही थी, जहां आज प्रदेश कार्यालय में CM शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की मौजूदगी में उनकी घर वापसी हुई।
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सिद्धार्थ ने जताया पार्टी का आभार
जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया ने बीजेपी में घर वापसी पर पार्टी का आभार जताया है। 2020 के दमोह उपचुनाव में सिद्धार्थ को बगावत करने पर बीजेपी ने निष्कासित कर दिया था। जिसका खामियाजा भी बीजेपी को उठाना पड़ा था। दमोह उपचुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था। खास बाद यह है कि नगरीय निकाय चुनाव में भी सिद्धार्थ मलैया ने अपने प्रत्याशी खड़े किए थे, जिससे बीजेपी को निकाय चुनाव में भी झटका लगा था। इन्ही सब कारणों से उन्हें निष्कासित किया गया था।
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बदलेंगे दमोह जिले के समीकरण
दरअसल, सिद्धार्थ मलैया के पिता जयंत मलैया बुंदेलखंड अंचल में बीजेपी के दिग्गज नेता माने जाते हैं, वह लगातार 7 विधानसभा चुनाव जीते थे, लेकिन 2018 में उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन बाद में राहुल विधायकी से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए, लेकिन उन्हें उपचुनाव में बीजेपी के टिकट पर हार का सामना करना था।
अब तक सिद्धार्थ पार्टी से बाहर चल रहे थे, ऐसे में राहुल की एक मात्र दावेदारी दिख रही थी। लेकिन सिद्धार्थ की घर वापसी के बाद दमोह जिले के सियासी समीकरण एक बार फिर बदलते दिख रहे हैं। सिद्धार्थ विधानसभा चुनाव के लिए दावेदारी कर सकते हैं।