MP Politics: मध्य प्रदेश की सियासत में इन दिनों जमकर हलचल देखी जा रही है। क्योंकि सियासी हलकों में इस बात की चर्चा तेज हैं कि बीजेपी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री दीपक जोशी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। चर्चा यह तक चली की वह 6 मई को पीसीसी चीफ कमलनाथ के सामने कांग्रेस की सदस्यता ले लेंगे। लेकिन इस बीच गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का एक अहम बयान सामने आया है। जिससे अटकलों का दौर और तेज हो गया है।
नरोत्तम मिश्रा बोले-हम सब उनके साथ है
दीपक जोशी के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों पर जब नरोत्तम मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ‘कैलाश जोशी राजनीति के संत थे, जिस वट वृक्ष में नरोत्तम जैसे कई लोग पार्टी से जुड़े और विकसित हुए हैं, उन्ही के पुत्र दीपक जोशी है। वे समर्पित व्यक्ति हैं, मंत्रिमंडल में भी मेरे साथ शामिल रहे हैं, एक योग्य व्यक्ति हैं, हमारे वरिष्ठ कार्यकर्ता हैं, इसलिए हम सब उनके साथ हैं।’
6 मई पर सबकी नजरें
दरअसल, इस बात की चर्चा तेज हैं कि दीपक जोशी 6 मई को कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। लेकिन उनका कहना है कि वह 6 मई को संगठन के समक्ष अपनी बात रखेंगे, इसके बाद ही आगे का फैसला लेंगे। लेकिन जिस तरह से नरोत्तम मिश्रा ने उनके समर्पित नेता होने की बात कहकर मामले में नया मोड़ ला दिया है। दरअसल माना जा रहा है कि बीजेपी ने दीपक जोशी को मनाने की कवायद तेज कर दी है।
कांग्रेस नेताओं से की थी मुलाकात
दीपक जोशी शिवराज सरकार में शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं हालांकि 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। दीपक जोशी ने बताया कि उनकी कांग्रेस आलाकमान से बात भी हो चुकी है और कुछ दिनों पहले ही उन्होंने कांग्रेस नेता मुकेश नायक से भी मुलाकात की थी। दीपक जोशी के मुताबिक कोरोना की वजह से उनकी पत्नी का देहांत हो गया था जिनकी बरसी 5 मई को है।
तीन बार बीजेपी रह चुके हैं विधायक
दीपक जोशी तीन बार के विधायक रह चुके हैं। पहली बार साल 2003 में विधायक बने थे। फिर 2008 और 2013 के विधानसभा चुनाव में भी दीपक जोशी ने जीत हासिल की थी. इस दौरान को शिवराज सरकार में मंत्री भी बने, लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार मनोज चौधरी के हाथों हार का सामना करना पड़ा।लेकिन मार्च 2020 में जब सिंधिया समर्थक विधायकों ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थामा तो उसी दौरान दीपक जोशी को चुनाव हराने वाले मनोज चौधरी भी कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए।
बाद में विधानसभा उपचुनाव में भी मनोज चौधरी को ही जीत हासिल हुई और वो बीजेपी विधायक बन गए ऐसे में इस सीट पर अपने भविष्य को लेकर दीपक जोशी 2020 के बाद से ही खुद को असहज महसूस कर रहे थे और बीच-बीच में सोशल मीडिया के जरिए उनका दर्द भी सामने आता रहा है।