MP Politics: मध्य प्रदेश में राजनीतिक दलों के साथ-साथ निर्वाचन आयोग ने भी विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। लेकिन चुनाव से पहले वोटर लिस्ट को लेकर राजनीति शुरू हो गयी है। ऐसा ही एक मामला ग्वालियर से सामने आया है। जहां शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त मुन्नालाल गोयल ने फर्जी मतदाताओं को लेकर सवाल खड़े किए है। जिससे सियासत गर्माती नजर आ रही है।
25 हजार से ज्यादा फर्जी वोटर्स का आरोप
दरअसल, साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने है। इससे पहले वोटर लिस्ट को लेकर अभी से माहौल गर्मा गया है। ग्वालियर पूर्व विधानसभा से पूर्व विधायक रहे वर्तमान में बीज निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल ने अपनी सरकार की ही सरकारी मशीनरी पर गंभीर आरोप लगाएं है। उन्होंने बिना नाम लिए कहा है कि ग्वालियर पूर्व विधानसभा सीट की वोटर लिस्ट में 25 हजार से ज्यादा वोटर्स बढ़ा दिए गए हैं। यह सभी फर्जी वोट कुछ खास पोलिंग बूथ पर बढे हैं।
आधार से नहीं किया गया लिंक
मुन्नालाल गोयल ने आरोप लगाया कि लापरवाही यह भी है कि वोटर्स के कार्डों को आधार से लिंक भी नही किया गया है। मुन्नालाल ने सीधे तौर पर कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार के साथ ही प्रशासन को ही कटघरे में खड़ा किया है। मुन्नालाल गोयल का कहना है कि कांग्रेस विधायक के दवाब में बीएलओ ने फर्जी वोटर्स बढ़ाने का काम किया है। इसके लिए उन्होंने कलेक्टर को पत्र लिखकर समस्या को हल करने की बात भी कही है।
कांग्रेस विधायक ने किया पलटवार
बीजेपी नेता मुन्नालाल गोयल के आरोपों पर कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार ने भी पलटवार किया है। उनका कहना है कि ‘मुन्नालाल गोयल अपनी ही सरकार और प्रशासन के सिस्टम पर सवाल खड़े कर रहे है, बीजेपी सरकार में लगातार फर्जीवाड़े हो रहे हैं, हकीकत तो ये है की उनकी विधानसभा में अनुसूचित जाति के वो वोट जो सीधे कांग्रेस के समर्थन में खड़े रहते है। उन्हें षड्यंत्र के साथ हटा दिया गया है, जिसकी शिकायत वह कलेक्टर से करेंगे। ‘
यह है पूरा मामला
दरअसल, बीते दिसंबर महीने में भी ग्वालियर में वोटर लिस्ट में काफी संख्या में संदिग्ध मतदाता सामने आने के बाद प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया था। चुनाव के लिए जिले की वोटर लिस्ट के पुनरीक्षण का काम चल रहा था। पुर्ननिरीक्षण के दौरान वोटर लिस्ट को सॉफ्टवेयर से मिलान किया गया तो सॉफ्टवेयर ने लिस्ट में ग्वालियर जिले के 6 विधानसभा क्षेत्रों में 43,734 मतदाता संदिग्ध पाए थे। हालांकि ये मामला थोड़ा अलग है, जिसकी जांच प्रशासनिक अफसर कर रहे हैं।
बहरहाल मुन्नालाल का दावा है, उनकी ग्वालियर पूर्व विधानसभा में वोटर लिस्ट में बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है, यही वजह है कि आज उन्हें कलेक्टर को पत्र लिखने के साथ इस परेशानी पर सवाल खड़े करने पड़ रहे हैं , वहीं दूसरी ओर सतीश सिकरवार कांग्रेस विधायक के पलटवार के साथ ही वोटर लिस्ट पर अभी से ही सियासत तेज हो गई है, हालांकि जिला निर्वाचन कार्यालय इसके वेरिफिकेशन में जुट गया है। इसके लिए ARO असिस्टेंट रिटर्निंग ऑफिसर और BLO बूथ लेबल ऑफिसर मिलकर सत्यापन का काम कर रहे हैं। ऐसे में देखना होगा कि चुनाव से पहले वोटर लिस्ट को लेकर सियासत का बाजार कितना गर्म होता है।
ग्वालियर से कर्ण मिश्रा की रिपोर्ट