MP Assembly Election: चुनावी साल में बीजेपी मध्य प्रदेश में संगठनात्मक कसावट में भी जुटी है। पिछले दिनों पार्टी में कई नेताओं के बीच अनबन की खबरें सामने आई थी। सीएम शिवराज तक भी शिकायतें पहुंची थी। ऐसे में बीजेपी अनुशासन समिति की बैठक में भी कई बड़े फैसले हुए हैं।
अनुशासन तोड़ने वालों पर होगी कार्रवाई
बताया जा रहा है कि आज हुई बीजेपी अनुशासन समीति की बैठक में अनुशासन तोड़ने वाले नेता और कार्यकर्ताओं पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि अनुशासन समिति की बैठक में पार्टी के खिलाफ काम करने वाले 50 से नेता ज्यादा रडार पर है। इस बैठक में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा भी शामिल हुए थे।
मंत्रियों के विवाद पर भी हुई चर्चा
बताया जा रहा है कि अनुशासन समिति की बैठक में कई मामलों पर चर्चा हुई है। जिसमें सागर जिले में वरिष्ठ मंत्रियों के बीच हुए विवाद का मामला भी शामिल था। इसके अलावा सागर की महापौर के पति सुशील तिवारी का मामला भी अनुशासन समीति की बैठक में उठाया गया है। जिसको लेकर उन्हें नोटिस भी दिया गया था। इसके अलावा गुना सांसद केपी यादव के मामले पर भी चर्चा हुई थी।
बताया जा रहा है कि मंत्री गोविंद सिंह राजपूत गुट के समर्थकों पर कारवाई के आसार है। आने वाले वक्त में तीन सदस्यीय अनुशासन समिति बड़े फैसले ले सकती है। इसके अलावा भी हर जिले की समीक्षा की ग गई है।
चुनावी साल में संगठन की मजबूती पर जोर
दरअसल, बीजेपी ने चुनावी साल में संगठन को लेकर सख्त निर्णय लेने के फैसले पर भी चर्चा की है। जिसमें सबसे ज्यादा अहम चुनाव में पार्टी के अधिकारिक प्रत्याशी के खिलाफ काम करने वाले पर सख्त निर्णय लेने का फैसला किया गया है।