Madhya Pradesh Assembly Election 2023 Results : मध्य प्रदेश समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम आ गए हैं। तीन राज्य मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बीजेपी की सरकार बनी तो तेलंगाना में कांग्रेस और मिजोरम में जेडपीएम को बहुमत मिला है। भारतीय जनता पार्टी ने एमपी की 230 सीटों में से 163 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि कांग्रेस 66 सीटों पर ही सिमट गई है। कई सीटों पर कांग्रेस की हार में सपा ने भी अहम भूमिका निभाई है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के एक बयान ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को नाराज कर दिया था।
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने विधानसभा चुनाव के दौरान छिंदवाड़ा में कहा था कि ‘अरे भाई अखिलेश-वखिलेश छोड़ो’। उनके इस बयान से यूपी के पूर्व सीएम और सपा प्रमुख अखिलेश यादव खफा हो गए और उन्होंने अकेले ही चुनावी ताल ठोंक दिया। सपा ने एमपी चुनाव में 74 उम्मीदवारों को टिकट दिया, जिनमें से 4 प्रत्याशी का नामांकन रद्द हो गया। इसके बाद अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव ने अपने प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार किया। इसका खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ा।
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इन सीटों पर सपा की वजह से हारी कांग्रेस
भाजपा ने निवाड़ी सीट से 17,157 मतों से कांग्रेस प्रत्याशी को हराया है, जबकि इस सीट पर सपा के प्रत्याशी को 32,670 वोट मिले हैं। चांदला विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस 15,491 वोटों से हार गई है और भाजपा ने बाजी मार ली है, जबकि साइकिल को 24,977 वोट मिले हैं। यही हाल राजनगर सीट का भी रहा, जहां कांग्रेस को 5,867 वोटों से हार का सामना करना पड़ा, जबकि सपा प्रत्याशी ने 6,353 वोट झटके हैं। बीजेपी ने 15 हजार वोटों से ओरछा सीट जीत ली है और यहां सपा को कुल 20,000 मत मिले हैं।
अगर सपा चुनाव न लड़ती तो तब क्या आता रिजल्ट
अगर मध्य प्रदेश में कांग्रेस और सपा मिलकर चुनाव लड़ती तो सीटों की संख्या बढ़ जाती है और कांग्रेस के खाते में ये सीटें भी आ जाती हैं। लेकिन, कमलनाथ के बयान ने अखिलेश यादव को नाराज कर दिया और पार्टी को इसका नुकसान झेलना पड़ा।