MP Politics: मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अभी से तैयारियों में जुटी है। खास बात यह है कि जिन विधानसभा सीटों पर कांग्रेस को पिछले कुछ चुनावों से लगातार हार मिल रही है, उन सीटों की जिम्मेदारी खुद कमलनाथ ने संभाली है। राजधानी भोपाल की ऐसी ही एक सीट पर कांग्रेस की नजर हैं, जहां कमलनाथ खुद मोर्चा संभाल रहे हैं।
गोविंदपुरा सीट पर कमलनाथ करेंगे सभा
दरअसल, भोपाल की गोविंदपुरा विधानसभा सीट प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश में भी बीजेपी का सबसे मजबूत गढ़ मानी जाती है। पिछले 11 विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने यह सब जतन कर लिए लेकिन पार्टी को हर बार हार का सामना करना पड़ता है। यही वजह है कि प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने खुद यहां मोर्चा संभाला है। कमलनाथ गोविंदपुरा विधानसभा सीट पर एक बड़ी सभा करेंगे, जिसे चुनावी बिगुल फूकने के तौर पर भी देखा जा रहा है।
कार्यकर्ताओं के घर जाएंगे कमलनाथ
11 चुनाव लगातार हारने वाली गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस को मजबूत करने के लिए कमलनाथ ने खुद मोर्चा संभाला है, इसलिए वह न केवल इस क्षेत्र में बड़ी सभा करेंगे बल्कि गोविंदपुरा विधानसभा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के घर भी जाएंगे, कमलनाथ की यह सभा पिपलानी इलाके में होगी, जिसके लिए कांग्रेस ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। बता दें कि कमलनाथ खुद कमजोर सीटों पर पार्टी को मजबूत करने में जुटे हैं।
बाबूलाल गौर ने लगातार जीते 10 चुनाव
राजधानी भोपाल की गोविंदपुरा सीट को बीजेपी का गढ़ बनाने का श्रेय मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता बाबूलाल गौर को जाता है। उन्होंने पहली बार 1974 में इस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। जिसके बाद गौर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उसके बाद 2013 तक सभी चुनावों में बाबूलाल गौर ने जीत हासिल की थी। 2018 में पार्टी ने उनकी बहू कृष्णा गौर को विधानसभा चुनाव लड़ाया। कृष्णा गौर ने भी बड़े मार्जिन से जीत हासिल करके बीजेपी की परंपरागत सीट को बरकरार रखा है।
ऐसे में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में गोविंदपुरा सीट पर एक बार फिर सबकी नजरें होगी। इसलिए दोनों पार्टियों ने यहां मोर्चा संभाल लिया है। कमलनाथ खुद गोविंदपुरा सीट पर एक्टिव हो गए हैं। कमलनाथ इस बार बीजेपी के इस किले को भेदने की तैयारी में जुटे हैं।