Gwalior Hospital Of Negligence Case : अस्पताल की अव्यवस्था से मरीज की जान पर आ जाती है। ऐसे में मध्य प्रदेश ग्वालियर के एक अस्पताल की तस्वीर देखने को मिली है। जहां एक मरीज सीने में दर्द की शिकायत पर अस्पताल में इलाज कराने गया था। भयंकर दर्द के बावजूद मरीज को इधर- उधर घूमना पड़ा। एक घंटे तक स्ट्रेचर का इंतजार करते रहें। थक हार कर मरीज को परिजन कंबल में डालकर डॉक्टर के पास ले गए।
सीने में दर्द की थी शिकायत
जानकारी के मुताबिक एक मरीज को सीने में दर्द की शिकायत थी। दर्द बढ़ते ही परिजन मरीज को अस्पताल लेकर गए। मरीज ने अस्पताल पहुंचते ही एक घंटे तक स्ट्रेचर का इंतजार किया, पर उसे नहीं मिला। दर्द की वजह से मरीज अस्पताल परिसर में जमीन पर ही बिलखता- तडपता रहा। मरीज को ऐसे तड़पता देख लोग इक्ट्ठा हो गए। परिजनों ने उसे कंबल में डालकर डॉक्टर के पास पहुंचाने का रास्ता चुना। यहां तक कि घंटों तक मरीज को कंबल में टांग कर घूमते रहे। सबसे बड़े अस्पताल में इस घटना का मामला मानवता की भावनाओं को छू गया। ऐसा दृश्य जिसमें मरीज को स्ट्रेचर नहीं मिला, उसे उसके परिजनों ने अपनी कंबल में ढ़ककर डॉक्टर के पास पहुंचाया, यह सबकुछ हैरानीजनक था।
यह भी पढ़े: पत्नी और दो बच्चों का कत्ल कर खुद भी जान दी, सुसाइड़ नोट में बयां की मर्डर और आत्महत्या की सच्चाई
स्वास्थ्य सेवाएं कैसे होंगी बेहतर
अस्पताल के कर्मचारी और डॉक्टरों की इस लापरवाही ने हैरान कर दिया है। इससे सामाजिक न्याय और स्वास्थ्य सेवाओं की महत्वपूर्णता पर सवाल उठता है। इस मामले ने ग्वालियर जिले के अस्पताल की जिम्मेदारी को चुनौती देने वाला है और लोगों को सोचने पर मजबूर कर रहा है कि स्वास्थ्य सेवाएं को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है।