Digvijay Singh: मध्य प्रदेश में साल के आखिर तक विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में प्रदेश के नेताओं के बयानों से सियासी पारा गर्माने लगा है। सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के एक बयान से प्रदेश की सियासत गर्मा गई है। दिग्विजय सिंह ने गुना जिले के बमोरी में यह बयान दिया, जो ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया का विधानसभा क्षेत्र हैं।
दिग्विजय सिंह ने मंत्री पर साधा निशाना
दिग्विजय सिंह ने बमोरी में एक सभा में सिंधिया समर्थक पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘अगर MP में हमारी सरकार आई तो फिर हम आपको नहीं छोड़ेंगे, दिग्विजय सिंह ने इस दौरान अधिकारी और कर्मचारियों को भी खुले तौर पर चेतावनी दी, उन्होंने कहा कि अगर निर्दोष लोगों को पकड़ोगे तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा। उनके इस बयान से प्रदेश की सियासत गर्मा गई है। क्योंकि पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया बमोरी से बीजेपी विधायक हैं और उन्हें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का कट्टर समर्थक माना जाता है।
"अगर MP में हमारी सरकार आई तो फिर हम आपको नहीं छोड़ेंगे"
◆ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का बयान
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— News24 (@news24tvchannel) March 20, 2023
पंचायत मंत्री ने भी किया पलटवार
वहीं दिग्विजय सिंह के बयान पर पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि ‘पता नहीं दिग्विजय सिंह ने मुझे किस बात के लिए धमकी दी है, जबकि वे और बमोरी की जनता अच्छी तरह जानती है कि मैं जनता की सेवा करता हूं और कभी किसी का बुरा नहीं करता। अगर में बदले की भावना से कोई कार्रवाई करता तो आज आधे से ज्यादा कांग्रेस बमोरी से खाली हो चुकी होती। लेकिन मैं ऐसा नहीं करता।’
महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा कि मैं अपने जीवन में केवल ईश्वर और अपने नेता (ज्योतिरादित्य सिंधिया) से डरा हूं और किसी से मैं नहीं डरता हूं। पहले वो राघौगढ़ के हालात ठीक करें फिर कोई बात करें। दोनों नेताओं की बयानबाजी से मामला गर्माता दिख रहा है।
सिंधिया-दिग्विजय के प्रभाव वाला है जिला है गुना
बता दें कि सिसोदिया और दिग्विजय सिंह एक ही जिले गुना से आते हैं। गुना दिग्विजय सिंह का प्रभाव वाला जिला है तो वहीं यहां ज्योतिरादित्य सिंधिया का भी अच्छा दखल माना जाता है। हाल के पंचायत और नगरीय निकाय चुनावों में भी यहां बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं में जमकर टकराव देखा गया था। ऐसे में अब विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही यहां नेताओं के बीच बयानबाजी तेज हो गई है।