भोपाल: सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हुई है जिसके बाद पोस्ट करने वाले ट्विटर अकाउंट धारक पर एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि ट्विटर अकाउंट धारक ने एक पोस्ट के माध्यम से दमोह जिले के सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की है जो कि पूरी तरह बेबुनियाद है। शिकायत के बाद पुलिस ने इस मामले की जांच करने पर दोषी पाए जाने के बाद एफआईआर दर्ज की है।
ट्विटर पर दिग्विजय सिंह नाम के अकाउंट से की गई पोस्ट
ट्विटर पर दिग्विजय सिंह नाम के अकाउंट से एक पोस्ट की गई जिसमें लिखा था कि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी द्वारा पल्लवित देश की सबसे भव्य मंदिरों में से एक श्री दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र कुंडलपुर परिसर में कल रात से बजरंग दल के कथित असामाजिक तत्वों द्वारा शिवजी की पिंडी रख उत्पात शुरू कर चुके हैं। स्थिति कभी भी गंभीर मोड़ ले सकती है। यह गंभीर विषय है। प्रशासन तत्काल कार्रवाई करें।
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सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का है आरोप
इस पोस्ट के वायरल होने पर जैन समाज और हिंदू संगठन के लोग इस बात का पता लगाने में जुट गए कि ऐसा कैसे हो सकता है। आखिरकार कुछ देर बाद सभी को इस बात की जानकारी हो गई कि ये सब अफवाह है ऐसी कोई भी बात नहीं। पोस्ट फर्जी है तथा इसके माध्यम से समाज का सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई है। इसके बाद दोनों समाज के लोगों ने आपस में बातचीत की और फिर बीती रात कोतवाली में आवेदन देकर दिग्विजय सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। इसके उपरांत पुलिस ने वायरल पोस्ट में लिखी गई सभी तथ्यों की जांच करने के बाद ट्विटर अकाउंट धारक दिग्विजय सिंह के खिलाफ धारा 153, 505 और 177 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
ये है वायरल पोस्ट
सीएसपी अभिषेक तिवारी ने बताया कि वायरल खबर पूरी तरह से झूठी है जिसके द्वारा सांप्रदायिक माहौल खराब हो सकता है। पुलिस ने मामले की जांच करने के बाद संबंधित आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। उन्होंने आगे कहा कि पुलिस तथ्यों को जुटाने में लगी हुई है तथा इस बात का पता लगा रही है कि अकाउंट धारक कहां से इस अकाउंट को ऑपरेट कर रहा है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ट्वीट पर दिग्विजय सिंह ने दिया जवाब
दमोह में FIR दर्ज होने पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि वो कुछ भी कर सकते हैं। मेरे पास सूचना आई थी, इसलिए मैंने ट्वीट किया। मेरा उद्देश्य था कि डीजीपी को इसकी जानकारी दी जाए और यही काम मैंने किया था।