Woman Alleged Swami for Molestation: सेक्स CD कांड के बाद स्वामी गोविंदानंद सरस्वती अब महिला से छेड़छाड़ के मामले में फंस गए हैं। एक महिला ने उन पर गंभीर आरोप लगाकर पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस मामले की जांच भी शुरू हो गई है। इससे पहले स्वामी सेक्स CD कांड को चलते विवादों में रहे हैं। अब उन पर छेड़छाड़ के आरोप लगने से पूरा संत समाज हैरान है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, स्वामी पर उनकी सेवादार ने ही छेड़छाड़ करने के आरोप लगाए हैं। साथ ही पुलिस पर मामले में कार्रवाई नहीं करने के आरोप भी लगाए हैं। वहीं मामला सामने आने के बाद शिष्य मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ आशुतोष ब्रह्मचारी पीड़िता के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने पुलिस से स्वामी गोविंदानंद सरस्वती के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। मामला SP तक पहुंच गया है और जांच चल रही है।
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साध्वी ने स्वामी पर यह आरोप लगाए
मध्य प्रदेश में नरसिंहपुर के SP को दी शिकायत में साध्वी ने बताया कि वह स्वामी से पहली बार श्रीधाम में मिली थी। उस दौरान स्वामी ने उसे अपनी सेवादार बनाने का प्रस्ताव दिया, जिसे उसने स्वीकार कर लिया। तब से वह उनकी सेवादार बनकर आश्रम में उनकी सेवा कर रही थी। एक दिन शाम के वह स्वामी ने उसे चाय बनाने के लिए कहा। जैसे ही चाय बनाने के लिए रसोई में गई, स्वामी पीछे-पीछे आ गए।
महिला ने आरोप लगाया कि पहले वे साथ खड़े होकर बात करने लगे, फिर हाथ पकड़ अपनी तरफ खींचा और पीछे से पकड़ लिया। वे उसके साथ गलत बर्ताव करने लगे। किसी तरह उनकी पकड़ से छूटकर वह बाहर गई। एक बार तो उसे स्वामी की इस हरकत पर यकीन नहीं हुआ। फिर उसने अपने परिजनों से बात करके पुलिस को शिकायत दी। SP ने गोटेगांव थाना प्रभारी को जांच के आदेश दिए हैं।
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कौन हैं स्वामी गोविंदानंद सरस्वती?
स्वामी विष्णुदेवानंद के शिष्य स्वामी गोविंदानंद सरस्वती ज्योर्तिमठ ट्रस्ट के पीठाधीश हैं। वे ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के खिलाफ बयान देकर सुर्खियों में आए थे। उनकी एक सेक्स CD भी सामने आई थी, जिसे लेकर उत्तर प्रदेश की पिछली सरकार के समय खूब हंगामा हुआ था। उन्हें करीब 30 साल तक योग और वेदांत दर्शन पढ़ाने का अनुभव है।
1987 में उन्होंने सांसारिक जीवन से संन्यास लेकर केरल के शिवानंद आश्रम में पनाह ली और संत बनने के पथ पर अग्रस्र हुए। इंटरनेशनल शिवानंद योग वेदांत केंद्र संगठन से योग शिक्षा ली। वे साइंस स्ट्रीम से ग्रेजुएट हैं। उन्होंने मदुरै में शिवानंद योग वेदांत मीनाक्षी आश्रम खोला। 2003 से 2010 तक वे वहां सेवक बनकर रहे। अप्रैल 2010 में उन्होंने साउथ इंडिया में आश्रम शिवानंद योग विद्या पीठम स्थापित किया।
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